रांची: राज्य प्रशासन ने प्रदेशभर में पूजा पंडालों के पास वीवीआइपी और सरकारी अफसरों के वाहनों को ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है मुख्य सचिव डीके तिवारी ने इस बाबत निर्देश दिया है और प्रदेश के सभी अधिकारियों को इसे हर हाल में सुनिश्चित करने को कहा है.
दरअसल, वीवीआईपी और वीआईपी के वाहनों को पूजा पंडाल तक ले जाने की वजह से आम लोगों को काफी समस्याएं होती हैं. इसलिए मुख्य सचिव ने इस बाबत सभी प्रमंडलीय आयुक्तों, उपायुक्तों, डीआईजी और एसपी को पत्र लिखा है. पत्र में साफ तौर पर इंस्ट्रक्शन दिया गया है कि अभी वीआईपी के वाहन भी निर्धारित पार्किंग स्थल में खड़े किये जायें, साथ ही मुख्य सचिव ने 10 बिंदुओं को रेखांकित करते हुए ट्रैफिक रूट को निर्धारित करने का भी निर्देश दिया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शांति समिति का गठन कर बैठक कर विधि व्यवस्था की रणनीति बनाने का भी सीएस ने निर्देश दिया है. साथ ही उन्होंने लगातार पेट्रोलिंग करने और महत्वपूर्ण स्थानों पर स्टैटिक पुलिस बल को तैनात करने का भी निर्देश दिया है.
बता दें कि मुख्यमंत्री ने सभी पूजा पंडाल में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग न करने की अपील की है, साथ ही उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक और नशे से दूर रखने के लिए लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाने के लिए भी कहा है. मंगलवार को दुर्गा पूजा समिति और महावीर मंडल समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान उन्होंने यह बात कही. उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से पंडाल साफ सफाई व्यवस्था का भी मुआयना करने को कहा है, साथ ही दुर्गा पूजा के दौरान पंडाल के नजदीक लगने वाले ठेले खोमचे संचालकों का रजिस्ट्रेशन कराने की भी अपील की है ताकि राज्य सरकार दुर्घटना होने पर उन ठेला खोमचा संचालकों को मुआवजा दे सके.