रांची: राजधानी में मदद के बहाने एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाला गिरोह एक बार फिर सक्रिय हो गया है. ऐसे में जरूरी है कि एटीएम से पैसे निकालते समय पूरी सावधानी बरतनी चाहिए. राजधानी रांची के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले वैसे आम लोग इस गिरोह के ज्यादा शिकार बन रहे हैं, जो एटीएम के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते हैं. पिछले 15 दिनों के अंदर रांची के बेड़ो, तुपुदाना और इटकी से कई ऐसे मामले आए हैं, जहां एटीएम कार्ड बदलकर पैसे उड़ा लिए गए हैं.
कैसे होती है एटीएम से ठगी
एटीएम से ठगी कैसे होती है, इस पर रांची की साइबर डीएसपी यशोधरा ने विस्तार से बताया. डीएसपी के अनुसार, एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले साइबर अपराधी ऐसे एटीएम को निशाना बनाते हैं, जहां सिक्योरिटी गार्ड नहीं होता है. सबसे पहले साइबर अपराधी एटीएम मशीन के कुछ बटन को निष्क्रिय कर देते हैं. इसके बाद ग्राहक आने का इंतजार करते हैं. इस वक्त वो एटीएम के पास मंडराते रहते हैं. इसी बीच पैसे निकालने के लिए कोई शख्स मशीन में अपना कार्ड डालता तो है, लेकिन बटन निष्क्रिय होने के कारण राशि नहीं निकल पाती है.
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सावधानी ही बचाव
इस बीच ठग मदद करने के बहाने एटीएम में आता है और मशीन में दोबारा कार्ड डालकर पैसे निकाल देने का भरोसा देता है. पैसे निकालने के लिए एटीएम कार्ड का पासवर्ड भी पूछ लेता है. इसके बाद ग्राहक के बताए अनुसार राशि एटीएम से निकाल करके दे देता है. इस बीच बड़ी चालाकी से उसका एटीएम कार्ड दूसरे कार्ड से बदल देता है. साइबर ठग अपने पास वैसे एटीएम कार्ड ही रखते हैं, जो पैसे निकालने वाले का होता है. ऐसे में एटीएम बदलने के बाद भी लोगों को यह पता नहीं चलता कि उनका एटीएम बदल दिया गया है. बाद में दूसरे शहर या फिर कहीं दूर जाकर उनके एटीएम से पैसे ठग निकाल लेते हैं. साइबर डीएसपी यशोधरा ने यह भी बताया कि अगर हम सावधानी बरतें तो पेटीएम से होने वाली ठगी से बच सकते हैं.