रांचीः निजी स्कूलों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्कूल फीस को लेकर निजी स्कूल संचालक रोज नये-नये हथकंडे अपना रहे हैं, ताकि अभिभावक फीस जमा करने में आनाकानी नहीं करें. अब निजी स्कूल प्रबंधक बकाया फीस वाले बच्चों के अभिभावक को बुला रहे हैं और फीस नहीं जमा करने पर रिजल्ट नहीं देने की बात कर रहे है. इससे अभिभावकों की परेशानी बढ़ गई है.
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इंस्टॉलमेंट के जरिए नहीं ली जा रही है फीस
पहले कहा जा रहा था कि इंस्टॉलमेंट या फिर आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की फीस माफ करने की व्यवस्था की गई है. लेकिन, यह सब कहने की बात थी, हकीकत कुछ और ही है. जिले के किसी भी निजी स्कूल में नहीं फीस माफ किया गया है और ना हीं किस्त में फीस की राशि ली जा रही है. जो अभिभावक फीस जमा करने में असमर्थ हैं, तो उनको बच्चे का रिजल्ट नहीं दिया जा रहा है.
फीस को लेकर अभिभावकों पर बनाया जा रहा दबाव
स्थिति यह है कि ऑनलाइन क्लासेस और ऑनलाइन एग्जामिनेशन लिया जा रहा है. लेकिन, रिजल्ट ऑनलाइन प्रकाशित करने के बदले अभिभावकों को स्कूल बुलाया जा रहा है. अभिभावक-शिक्षक मीटिंग के नाम पर अभिभावकों पर फीस फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है. इतना ही नहीं, विद्यार्थियों को स्कूल से निकालने की धमकी भी दी जा रही है. यह राजधानी रांची के बड़े निजी स्कूल की ओर से किया जा रहा है.
आंदोलन का असर नहीं
मनमानी फीस वसूली के खिलाफ अभिभावकों की ओर से लगातार आंदोलन किया गया. इसके बावजूद अभिभावकों की सुध लेने वाला कोई नहीं है. अभिभावक ऐसे निजी स्कूलों में विद्यार्थियों का नामांकन करा कर अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं. स्थिति यह है कि निजी स्कूल किस्त में भी फीस लेने को तैयार नहीं है.