रांची: झारखंड राज्य एनआरएचएम (एएनएम-जीएनएम) अनुबंध कर्मचारी संघ के आवाहन पर राज्यभर की एएनएम, जीएनएम अपनी सेवा स्थायीकरण करने को लेकर सोमवार को मोराबादी मैदान से मुख्यमंत्री रघुवर दास के आवास का घेराव करने पहुंची.
रैली को जिला प्रशासन के द्वारा राजभवन के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया. बैरिकेडिंगको हटाने के लिए अनुबंध कर्मियों के द्वारा पुरजोर कोशिश की गई, जिस कारण पुलिस और अनुबंध कर्मियों के बीच काफी देर तक रस्साकशी भी चलती रही. गुस्साए एएनएम-जीएनएम कर्मियों ने सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए राजभवन के समक्ष ही अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए.
वहीं, धरने पर बैठी एएनएम जीएनएम अनुबंध कर्मचारी संघ की राज्य अध्यक्ष मीरा कुमारी ने बताया कि पिछले 12 महीनों से राज्य की सभी एएनएम जीएनएम अल्प मानदेय पर काम कर रही हैं, ग्रामीण और सुदूर इलाकों में लोगों को स्वास्थ्य सेवा पहुंचा रही है, लेकिन उसके बावजूद भी सरकार को हम लोगों के प्रति बिल्कुल भी संवेदना नहीं है. उन्होंने कहा कि अगले 1 महीने के भीतर विज्ञापन निकालकर सभी एएनएम जीएनएम को नियुक्ति पत्र सौंप दिया जाए तभी हमारी यह धरना समाप्त होगी.
धरने पर बैठी सभी कर्मियों ने सरकार पर आरोप लगाया कि 24 जून से हमलोग लगातार अनिशिचित धरने पर बैठे हैं, उसके बावजूद भी सरकार हमारी बातों को अनसुना करती है, साथ ही उन्होंने सरकार को धमकी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो वो आत्मदाह करने को मजबूर हो जाएंगी.
इस मौके पर झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ के महासचिव सुशीला तिग्गा, भूषण कुमार, संरक्षक प्रकाश कुमार, प्रदेश महासचिव अंजलीना खाखा, प्रदेश कोषाध्यक्ष अनीता कश्यप, प्रेमा बाड़ा, विनीता कुमारी, तिलोत्तमा साह इंदु ठाकुर, चंदा कुमारी पुष्पा पासी, संगीता कुमारी, रोशनी कुमारी सहित सैकड़ो की संख्या में अनुबंध कर्मी उपस्थित रहे.