मोतिहारी: पूर्वी चंपारण के कोटवा थाना क्षेत्र में पुलिस छापेमारी के दौरान हुई वृद्ध महिला की मौत के बाद पुलिस पर पिटाई करने का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा. पुलिस पर लगे आरोपों के बीच गुरुवार को एक वीडियो सामने आया. जिसमें ग्रामीण लाठी-डंडे से लैश होकर पुलिस कर्मियों को खदेड़ते और पिटाई करते दिख रहे हैं. पुलिस के अनुसार ग्रामीणों के हमले में चार पुलिस कर्मी घायल हुए हैं.
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वृद्ध की मौत के बाद आक्रोशित हुए ग्रामीण
बताया जाता है कि पुलिस छापेमारी के दौरान वृद्वा की मौत हो जाने की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और पुलिस वालों पर टूट पड़े. आक्रोशित ग्रामीणों ने लाठी-डंडा लेकर पुलिस वालों की पिटाई शुरु कर दी. पुलिसकर्मी अपनी गाड़ी को छोड़कर किसी तरह अपनी जान बचाकर पैदल ही भागे. बाद में ग्रामीणों ने पुलिस वाहनों में भी तोड़फोड़ की.
शराब को लेकर छापेमारी करने गई थी पुलिस
बता दें कि बुधवार को जिले के कोटवा थाना के भोपतपुर ओपी क्षेत्र के बझिया नयका टोला वार्ड 13 में शराब कारोबारी के घर पर छापेमारी करने गई थी. पुलिस को सूचना मिली थी कि नयका टोला गांव निवासी छोटे लाल यादव अपने घर में शराब का कारोबार करता है. जब पुलिस पहुंची तो परिवार के सभी सदस्य गेंहू की कटनी के लिए खेत मे गये थे. घर में छोटे लाल यादव और उनकी 65 वर्षीया मां सुशीला देवी थी. छापेमारी का विरोध करने पर पुलिस ने वृद्ध महिला को पैर से मारा, जिससे वृद्ध महिला गिर पड़ी और उसकी मौत हो गई.
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पुलिस पिटाई से महिला की मौत का आरोप
मृतका के पुत्र छोटेलाल यादव के अनुसार पुलिस के लात मारने से उसकी मां की मौत हो गई है. जिसके बाद लोगों ने कोटवा थानाध्यक्ष पर महिला की हत्या का आरोप लगा पुलिस पर पथराव कर दिया. घटना के बाद ग्रामीणों ने पुलिस के वाहनों को घेर लिया. उसके बाद वरीय अधिकारियों के साथ कई थाने की पुलिस नयका टोला पहुंची और आक्रोशित ग्रामीणों को मनाने में जुट गई. ग्रामीणों को शांत कराने के बाद पुलिस ने मृतका सुशीला देवी के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.