रांची: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे कार्यदिवस पर बुधवार को कार्यवाही शुरू होने के बाद सदन के अंदर विधायक इरफान अंसारी ने नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि रणधीर सिंह, बिरंची नारायण, भानु प्रताप शाही जैसे लोग हंगामा करते हैं. उन्होंने अमर बाउरी का नाम लेकर कहा कि एक दलित को बड़ी जिम्मेदारी मिली है और वह शांतिपूर्ण तरीके से उसका निर्वहन रहे हैं.
इरफान अंसारी की बात सुनकर नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि इरफान अंसारी दलितों के लिए कोई सहानुभूति नहीं रखते हैं. जिसका सबूत सोशल मीडिया पर मौजूद है. उन्होंने मुझ पर किस तरह की टीका टिप्पणी की है वह सब उसमें मौजूद है. मंगलवार को सदन में उठे विषय के संबंध में उन्होंने कहा कि कल का विषय युवाओं से जुड़ा हुआ था. झारखंड में युवाओं के विषय में सरकार विफल नजर आ रही है.
वहीं, अमर कुमार बाउरी ने ये भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी में ही यह संभव है कि उन जैसे एक कार्यकर्ता को इतने बड़े संवैधानिक पद पर बैठाया गया है. उन्होंने कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता के रूप में खुद पर गर्व महसूस करते हैं. अमर बाउरी ने कहा कि सत्ता पक्ष में यह जिम्मेदारी दूसरों को नहीं मिल सकती. नेता प्रतिपक्ष ने आसान से आग्रह किया कि कल का मामला युवाओं के हित में था, इसलिए सभी निलंबित सदस्यों का निलंबन वापस लिया जाए.
ये भी पढ़ें:
शीतकालीन सत्र का चौथा दिन: 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति संबंधी विधेयक लायेगी हेमंत सरकार