नई दिल्ली: झारखंड कांग्रेस के आधा दर्जन विधायक दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं. इससे प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. विधायकों की नाराजगी पर झारखंड कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता धीरज साहू ने कहा कि सभी विधायक आलाकमान से मिलकर अपनी बात रखेंगे. आलाकमान चाहेगा तो प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता बदल दिए जाएंगे. आलाकमान का फैसला सभी को स्वीकार होगा.
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धीरज साहू ने कहा कि सभी विधायकों को उचित सम्मान मिलना चाहिए. बोर्ड और निगम में कांग्रेस नेताओं की भागीदारी हो, इस पर झामुमो से बातचीत चल रही है. 20 सूत्रीय का गठन हो और उसमें कांग्रेस नेताओं का एडजस्टमेंट हो, इस पर भी काम चल रहा है. धीरज साहू ने एक बात स्पष्ट कर दी कि वे प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं और रेस में भी शामिल नहीं हैं. अगर आलाकमान उनके सामने यह प्रस्ताव रखता है तो वे किसी और को मौका देने के लिए कह देंगे.
प्रदेश अध्यक्ष बदलने की मांग कर रहे कांग्रेस विधायक
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने कहा कि बीजेपी झारखंड में महागठबंधन की सरकार नहीं गिरा पाएगी. सरकार पूरे पांच साल चलेगी. विधायकों की नाराजगी का फायदा बीजेपी नहीं उठा पाएगी. बता दें कि झारखंड सरकार में मंत्री का एक पद खाली है और यह कांग्रेस के कोटे से बनना है. इस पर विधायकों की नजर है. आलमगीर आलम कांग्रेस विधायक दल के नेता भी हैं और सरकार में मंत्री भी हैं. इसके साथ ही रामेश्वर उरांव के पास प्रदेश कांग्रेस की कमान है और वे भी सरकार में मंत्री हैं. कांग्रेस में एक नेता एक पद का चलन रहा है. नाराज विधायक चाहते हैं कि विधायक दल का नेता और प्रदेश अध्यक्ष किसी और को बनाया जाए. इसके साथ ही निगम और बोर्ड में भी भागीदारी चाहते हैं. कुछ दिन पहले भी कांग्रेस के चार विधायकों ने दिल्ली में डेरा जमाया था.