रामगढ़: जिला के कुज्जू ओपी क्षेत्र के एक फैक्ट्री गेट के सामने उग्र ग्रामीणों ने स्कूली छात्र के शव के साथ करीब 8 घंटे तक मुआवजे को लेकर दिया धरना. इस दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई.
घटना को लेकर बताया जा रहा है कि जैसे ही सड़क हादसे में छात्र की मौत की खबर परिजनों को लगी. आक्रोशित परिजन और ग्रामीण श्रीराम फैक्ट्री गेट के पास पहुंचे में और एंबुलेंस में अंशु के शव के साथ मुआवजे की मांग को लेकर फैक्ट्री गेट के सामने धरना दिया और नारेबाजी करने लगे. ग्रामीणों का आरोप है कि इस सड़क हादसे का दोषी फैक्ट्री प्रबंधक है. उनका कहना है कि फैक्ट्री में आने जाने वाली ट्रकों की लंबी लाइनें सड़क किनारे लगी रहती है. इस कारण रास्ता सकीर्ण हो जाता है जिस कारण सड़क हादसा होते रहती है.
क्या है मामलाः श्रीराम पॉवर स्पंज फैक्ट्री के समीप शनिवार को सड़क दुर्घटना में छात्र की मौत हो गई, जबकि एक अन्य छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया. छात्र अंशु डीएवी आराकाटा पब्लिक स्कूल का छात्र था. अंशु कुमार शनिवार को अपने मित्र ऋतिक के साथ बाइक में सवार होकर 12वीं कॉमर्स की परीक्षा देने के लिए श्रीकृष्णा विद्या मंदिर रामगढ़ जा रहा था. इस दौरान श्रीराम पॉवर फैक्ट्री के समीप एक ट्रक ने इन्हें अपनी चपेट में ले लिया. जिसमें दोनों छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल छात्रों को इलाज के लिए स्थानीय नर्सिंग होम ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने अंशु को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया. रिम्स में अंशु की मौत हो गयी जबकि ऋतिक को बेहतर इलाज के लिए रांची के अपोलो अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है.
धरना दे रहे उग्र ग्रामीणों को हटाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई. करीब आठ घंटे धरना के बाद मुवावजे को लेकर ग्रामीणों की सहमति बनी उसके बाद अंशु के शव को हटाया जायगा. ग्रामीणों ने पूरी दुर्घटना का कारण फैक्ट्री को बताया. मांडू अंचल के इंस्पेक्टर संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि 12वीं का एक छात्र की सड़क दुर्घटना में यहां मौत हो गई थी. इसी को लेकर ग्रामीण धरने पर बैठ गए. प्रबंधन से वार्ता के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ.