ETV Bharat / state

RIMS से फरार हुआ कोरोना का संदिग्ध मरीज, दोबारा जांच के लिए भेजा रामगढ़ सदर अस्पताल

रामगढ़ में कोरोना का एक संदिग्ध पाया गया. जिसे जांच के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था लेकिन खांसी और बुखार से पीड़ित व्यक्ति रिम्स से भागकर अपने गांव पहुंच गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी और दोबारा डॉक्टरों ने रामगढ़ सदर अस्पताल में भर्ती कराया.

Suspected corona patient found in Ramgarh
जांच करते हुए डॉक्टर
author img

By

Published : Mar 17, 2020, 10:47 AM IST

रामगढ़: जिले में एक बार फिर कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज शनिवार को सामने आया था उसे गोला स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में प्राथमिक जांच के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स रेफर किया गया था लेकिन खांसी और बुखार से पीडि़त बाबलौंग गांव निवासी योद्धा मांझी रिम्स से भागकर अपने गांव रविवार की देर रात पहुंच गया. इधर योद्धा के गांव पहुंचने पर कोरोना फैलने की आशंका को लेकर ग्रामीण दहशतजदा हो गए, जिसके बाद ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी. रामगढ़ स्वास्थ्य विभाग में दोबारा योद्धा मांझी को इलाज के लिए सदर अस्पताल रामगढ़ ले जाया गया. सिविल सर्जन के आदेश पर उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया है.

देखें पूरी खबर

भूटान से गांव आने पर सर्दी, खांसी के साथ बुखार हुआ था तो परिवार वालों ने उसका इलाज के लिए उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोला लाए थे. जहां उसे कोरोना वायरस का संदिग्ध बीमार बताकर प्राथमिक जांच के बाद रिम्स रेफर किया था लेकिन वह रिम्स से भाग कर वापस गांव आ गया था. इस मामले में सिविल सर्जन डॉ नीलम चौधरी ने बताया कि गोला प्रखंड के संग्रामपुर पंचायत अंतर्गत बाबलौंग गांव निवासी योद्धा मांझी पिछले कई सालों से भूटान में मजदूरी कर रहा था. रामगढ़ में वह शनिवार को ही पहुंचा था. यहां उसकी तबीयत काफी बिगड़ी थी, तो परिवार के लोग इलाज के लिए गोला सरकारी अस्पताल ले गए. वहां चिकित्सक डॉ समीम अख्तर को जब यह पता चला कि योद्धा मांझी भूटान से आया है, तो उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी.

योद्धा मांझी ने डॉ को बताया कि उसकी जब तबीयत बिगड़ी थी तो उसने भूटान में ही अपना इलाज कराया था. भूटान के चिकित्सकों ने उसे टीवी की जांच कराने के लिए लिखा था लेकिन उसने जांच नहीं कराया. रामगढ़ में उसके परिजनों ने देखा कि उसे काफी सर्दी, जुकाम है और बुखार काफी तेज आ रहा है तब वे उसे अस्पताल ले गए जिसके बाद डॉ ने तत्काल एंबुलेंस बुलवाया और योद्धा मांझी को कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदिग्ध मानते हुए रिम्स भेज दिया लेकिन वह भागकर दोबारा रामगढ आ गया जिसे आज फिर से रामगढ़ सदर अस्पताल में भर्ती किया है.

ये भी देखें- RIMS से तीन संदिग्ध मरीजों का लिया सैंपल, जांच के लिए भेजा MGM अस्पताल

सिविल सर्जन डॉ नीलम चौधरी ने बताया कि रविवार की दोपहर रिम्स के चिकित्सकों से उन्होंने संपर्क किया है. अभी तक योद्धा मांझी के कोरोना वायरस संक्रमण होने की पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन उसका सैंपल लेकर जांच की जा रही है.

रामगढ़: जिले में एक बार फिर कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज शनिवार को सामने आया था उसे गोला स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में प्राथमिक जांच के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स रेफर किया गया था लेकिन खांसी और बुखार से पीडि़त बाबलौंग गांव निवासी योद्धा मांझी रिम्स से भागकर अपने गांव रविवार की देर रात पहुंच गया. इधर योद्धा के गांव पहुंचने पर कोरोना फैलने की आशंका को लेकर ग्रामीण दहशतजदा हो गए, जिसके बाद ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी. रामगढ़ स्वास्थ्य विभाग में दोबारा योद्धा मांझी को इलाज के लिए सदर अस्पताल रामगढ़ ले जाया गया. सिविल सर्जन के आदेश पर उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया है.

देखें पूरी खबर

भूटान से गांव आने पर सर्दी, खांसी के साथ बुखार हुआ था तो परिवार वालों ने उसका इलाज के लिए उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोला लाए थे. जहां उसे कोरोना वायरस का संदिग्ध बीमार बताकर प्राथमिक जांच के बाद रिम्स रेफर किया था लेकिन वह रिम्स से भाग कर वापस गांव आ गया था. इस मामले में सिविल सर्जन डॉ नीलम चौधरी ने बताया कि गोला प्रखंड के संग्रामपुर पंचायत अंतर्गत बाबलौंग गांव निवासी योद्धा मांझी पिछले कई सालों से भूटान में मजदूरी कर रहा था. रामगढ़ में वह शनिवार को ही पहुंचा था. यहां उसकी तबीयत काफी बिगड़ी थी, तो परिवार के लोग इलाज के लिए गोला सरकारी अस्पताल ले गए. वहां चिकित्सक डॉ समीम अख्तर को जब यह पता चला कि योद्धा मांझी भूटान से आया है, तो उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी.

योद्धा मांझी ने डॉ को बताया कि उसकी जब तबीयत बिगड़ी थी तो उसने भूटान में ही अपना इलाज कराया था. भूटान के चिकित्सकों ने उसे टीवी की जांच कराने के लिए लिखा था लेकिन उसने जांच नहीं कराया. रामगढ़ में उसके परिजनों ने देखा कि उसे काफी सर्दी, जुकाम है और बुखार काफी तेज आ रहा है तब वे उसे अस्पताल ले गए जिसके बाद डॉ ने तत्काल एंबुलेंस बुलवाया और योद्धा मांझी को कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदिग्ध मानते हुए रिम्स भेज दिया लेकिन वह भागकर दोबारा रामगढ आ गया जिसे आज फिर से रामगढ़ सदर अस्पताल में भर्ती किया है.

ये भी देखें- RIMS से तीन संदिग्ध मरीजों का लिया सैंपल, जांच के लिए भेजा MGM अस्पताल

सिविल सर्जन डॉ नीलम चौधरी ने बताया कि रविवार की दोपहर रिम्स के चिकित्सकों से उन्होंने संपर्क किया है. अभी तक योद्धा मांझी के कोरोना वायरस संक्रमण होने की पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन उसका सैंपल लेकर जांच की जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.