रामगढ़: कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने 10 किलोमीटर पैदल चल डीसी कार्यालय पहुंच घंटों धरना दिया. उनकी मांग थी कि वॉर्डन, अकाउंटेंट और गेटकीपर को हटाया जाय, इन लोगों पर छात्रों ने बदसलूकी से पेश आने का आरोप लगाया है.
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के लगभग सैकड़ों छात्रा डीसी कार्यालय की सीढ़ियों पर बैठ कर वॉर्डन, अकाउंटेंट और गार्ड को हटाने के लिए घंटों धरना दिया. छात्राओं की मांग है कि वॉर्डन को स्कूल से हटाया जाए. साथ ही उन पर विभागीय कार्रवाई की जाए. साथ ही छात्राओं ने वॉर्डन पर कई तरह के आरोप लगाए.
उनका कहना था कि वॉर्डन द्वारा मारपीट की जाती है. बासी खाना दिया जाता है और प्रताड़ित भी की जाती है. बच्चे वॉर्डन, अकाउंटेंट और गार्ड से काफी भयभीत और गुस्से में थे. उनका कहना था कि जब तक उनकी मांग मानी नहीं जाएंगी, तब तक वे स्कूल नहीं जाएंगे. वे लोग सुबह 8 बजे कस्तूरबा गांधी विद्यालय गोला मुरपा से लगभग 10 किलोमीटर पैदल चलकर रामगढ़ डीसी कार्यालय पहुंचे थे और अपनी मांग को लेकर घंटों धरने में बैठे थे.
बच्चों ने कहा कि उन्हें ना ही दवाई दी जाती है नहीं पढ़ाई लिखाई के साधन दिए जा रहे हैं. शिक्षकों की भी कमी है जिसके कारण उनका भविष्य बर्बाद हो रहा है. महीनों से फल अंडा भी नहीं दिया गया है. वहीं, इस पूरे मामले में वार्डन ने कहा कि आवासीय विद्यालय में फंड की कमी है, लेकिन बच्चे क्यों नाराज हैं, उन्हें नहीं पता.
बच्चों के सीढ़ी पर बैठने की सूचना अपर समाहर्ता को मिली तो उन्होंने बच्चों से बात की और समस्या के समाधान करने की बात कही, लेकिन बच्चे अपनी मांग पर अड़े थे कि वॉर्डन, अकाउंटेंट और गार्ड को हटाया जाए वरना फिर से उन्हें प्रताड़ित किया जाएगा. पूरे मामले में अपर समाहर्ता जुगनू मिंज ने कहा कि डीएसई से जांच करवा पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी जाएगी. इस पूरे मामले में जो भी दोषी होगा. उन पर कार्रवाई जरूर की जाएगी