ETV Bharat / state

धोनी को आज भी याद आता है रामगढ़, आज का नहीं बेहद पुराना है ये रिश्ता

author img

By

Published : Jul 7, 2019, 7:25 PM IST

Updated : Jul 7, 2019, 11:34 PM IST

महेंद्र सिंह धोनी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. हर कोई धोनी को केवल जानता ही नहीं है बल्कि झारखंड का नाम देश विदेश में रोशन करने का श्रेय धोनी को जाता है. इनका रामगढ़ से भी बेहद खास कनेक्शन है. ये कनेक्शन तब का है जब वे लाखों के बीच बस एक सामान्य से खिलाड़ी हुआ करते थे.

क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी

रामगढ़ः क्रिकेट प्रेमी से लेकर हर कोई क्रिकेट स्टार महेंद्र सिंह धोनी का जन्मदिन मना रहा है. रामगढ़ से महेंद्र सिंह धोनी का लगाव बहुत पुराना है. धोनी जब भी झारखंड आते हैं तो देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ स्थल मां छिन्नमस्तिका में पूजा करना नहीं भूलते. जिले में उन्होंने कई आयोजनों में भी हिस्सा लिया है. जो यादें अपने आप में धोनी के लिए भी खास है.

देखें वीडियो

बता दें कि कर्नल बनने के बाद धोनी रामगढ़ के सिख रेजीमेंट पहुंचे थे. हालांकि उस दौरान मीडिया को उनसे दूर रखा गया था. वहीं, अगर रामगढ़ से धोनी के कनेक्शन के बारे में बात करें तो धोनी का रामगढ़ से बहुत पुराना कनेक्शन रहा है. चाहे वो क्रिकेट मैदान से हो या माता का मंदिर या सिख रेजीमेंट सेंटर. धोनी खाली समय यहां आकर अपनी यादें ताजा करना नहीं भूलते.

17 साल की उम्र में यहां आकर की थी विकेट किपिंग

1998 में राज्य का ये सितारा सिर्फ 17 साल का था. चेहरे की मासूमियत, बदन की बाल्यता ये बोध न करा सकी कि छावनी परिषद के स्थानीय फुटबॉल मैदान में इन्होंने विकेट किपिंग के गुर सीखे.
पहली बार धोनी हेहल र्स्पोटिंग रांची की तरफ से फुटबॉल मैदान की क्रिकेट पीच पर उतरे थे. बता दें कि उस वक्त रामगढ़ में हर साल लोकनायक जयप्रकाश नारायण मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता था. धोनी विकेट कीपर हुआ करते थे. विश्व के इस महानतम विकेट कीपर को उस वक्त अपने टीम के एक अन्य वरिष्ठ विकेट कीपर वंशी सारंगी से चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता था. उस वक्त ये माना जाता था कि सारंगी धोनी की अपेक्षा बेहतर विकेट कीपर हैं.

ये भी पढ़ें- गिरिडीहः अटका नरसंहार की 21वीं बरसी, लोगों ने शहीदों को किया नमन

वहीं,धोनी के पांव रामगढ़ की धरती पर साल 1998 से 2002 तक लगातार पड़े. किसी न किसी मैच में वे रामगढ़ आते और कीपिंग के साथ बैटिंग के दौरान चौके छक्के की बरसात करते थे.

रामगढ़ः क्रिकेट प्रेमी से लेकर हर कोई क्रिकेट स्टार महेंद्र सिंह धोनी का जन्मदिन मना रहा है. रामगढ़ से महेंद्र सिंह धोनी का लगाव बहुत पुराना है. धोनी जब भी झारखंड आते हैं तो देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ स्थल मां छिन्नमस्तिका में पूजा करना नहीं भूलते. जिले में उन्होंने कई आयोजनों में भी हिस्सा लिया है. जो यादें अपने आप में धोनी के लिए भी खास है.

देखें वीडियो

बता दें कि कर्नल बनने के बाद धोनी रामगढ़ के सिख रेजीमेंट पहुंचे थे. हालांकि उस दौरान मीडिया को उनसे दूर रखा गया था. वहीं, अगर रामगढ़ से धोनी के कनेक्शन के बारे में बात करें तो धोनी का रामगढ़ से बहुत पुराना कनेक्शन रहा है. चाहे वो क्रिकेट मैदान से हो या माता का मंदिर या सिख रेजीमेंट सेंटर. धोनी खाली समय यहां आकर अपनी यादें ताजा करना नहीं भूलते.

17 साल की उम्र में यहां आकर की थी विकेट किपिंग

1998 में राज्य का ये सितारा सिर्फ 17 साल का था. चेहरे की मासूमियत, बदन की बाल्यता ये बोध न करा सकी कि छावनी परिषद के स्थानीय फुटबॉल मैदान में इन्होंने विकेट किपिंग के गुर सीखे.
पहली बार धोनी हेहल र्स्पोटिंग रांची की तरफ से फुटबॉल मैदान की क्रिकेट पीच पर उतरे थे. बता दें कि उस वक्त रामगढ़ में हर साल लोकनायक जयप्रकाश नारायण मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता था. धोनी विकेट कीपर हुआ करते थे. विश्व के इस महानतम विकेट कीपर को उस वक्त अपने टीम के एक अन्य वरिष्ठ विकेट कीपर वंशी सारंगी से चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता था. उस वक्त ये माना जाता था कि सारंगी धोनी की अपेक्षा बेहतर विकेट कीपर हैं.

ये भी पढ़ें- गिरिडीहः अटका नरसंहार की 21वीं बरसी, लोगों ने शहीदों को किया नमन

वहीं,धोनी के पांव रामगढ़ की धरती पर साल 1998 से 2002 तक लगातार पड़े. किसी न किसी मैच में वे रामगढ़ आते और कीपिंग के साथ बैटिंग के दौरान चौके छक्के की बरसात करते थे.

Intro:jh_ram_dhoni_av_jh10008


DHONI KA RAMGARH CONECTION 

khaber FTP ME HAI

खबर वॉइस ओवर के साथ भेज दिए हैं

रॉ खबर भी भेज दिए हैं



एक और जहां क्रिकेट प्रेमी से लेकर सभी लोग क्रिकेट के स्टार महेंद्र सिंह धोनी का जन्मदिन मना रहे हैं वहीं रामगढ़ के लोग भी रामगढ़ को याद करते हैं क्योंकि रामगढ़ से महेंद्र सिंह धोनी का लगाव बहुत पुराना है धोनी देश के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ स्थल मां छिन्नमस्तिका में पूजा करना नहीं भूलते तो दूसरी ओर यहां कई आयोजनों में भी हिस्सा लिया है कर्नल बनने के बाद धोनी रामगढ़ के सिख रेजीमेंट पहुंचे थे और यहां उन्होंने सिख रेजीमेंट सेंटर पहुंचे थे हालांकि उस दौरान मीडिया को उनसे दूर रखा गया था वहीं अगर रामगढ़ से धोनी के कनेक्शन के बारे में बात करें तो धोनी का रामगढ़ से बहुत पुराना कनेक्शन रहा है चाहे वह क्रिकेट मैदान से लेकर माता के मंदिर और सिख रेजीमेंट सेंटर धोनी खाली समय में यहां जरूर पहुंचते थे और अपनी याद ताजा करते थे



Body:रामगढ़ छावनी परिषद का ऐतिहासिक फुटबॉल मैदान जहां वर्ष 1998 में झारखंड का यह ध््रुव तारा अपने जीवन काल का 17वां बसन्त देख युवा था । चेहरे की मासुमयत, बदन की बाल्यता सहज बोध् न करा सकी कि स्थानीय फुटबॉल मैदान की चहारदीवारी के बीच खेल मैदान में विकेट किपिंग कर रहा विश्व क्रिकेट का कोहिनूर है।


   महेन्द्र सिंह धैनी एक ऐसा नाम जिसे सुनते ही सारी खुबियां व सपफलता की उच्चतम शिखर घुटने आ जाती है। मन में ऐसा विश्वास जिसकी तरंगे उत्साह बढ़ाती है। राज्य, देश, विदेश तक एक धुरी में  बंध् जाती है। इसी शख्सियत की परवान चढ़ती जीवन यात्रा को यादों को सजाये हैं रामगढ़ छावनी परिषद का ऐतिहासिक फुटबॉल मैदान।


   . Conclusion:वर्ष 1998 में पहली बार महेंद्र सिंह धोनी  रामगढ़ आये और हेहल र्स्पोटिंग रांची की तरफ से फुटबॉल मैदान की क्रिकेट पीच पर उतरे। रामगढ़ में प्रतिवर्ष, वर्ष के अंतिम माह दिसम्बर में उस वक्त लोकनायक जयप्रकाश नारायण मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित की जाती थी। धोनी  विकेट कीपर हुआ करते थे। विश्व के इस महानतम विकेट कीपर को उस वक्त अपने टीम के एक अन्य वरिष्ठ विकेट कीपर वंशी सारंगी के चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता था। उस वक्त यह माना जाता था कि श्री सारंगी धैनी की अपेक्षा बेहतर विकेट कीपर है । धोनी के पांव रामगढ़ की धरती पर वर्ष 1998 से 2002 तक लगातार पड़े।किसी न किसी मैच में वह रामगढ़ आते और कीपिंग  साथ साथ बैटिंग के दौरान चौके छक्के की बरसात करते थे  धोनी ऐसे ही चौके छक्के लगाते रहे और इसी तरह भारत का नाम ऊंचा करते रहे हमारी ओर से भी धोनी को जन्मदिन की ढेर सारी बधाई


 


 
Last Updated : Jul 7, 2019, 11:34 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.