गिरिडीहः जैसे-जैसे झारखंड विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे राजनीतिक दलों में हलचल भी तेज हो गई. पार्टी विथ डिफरेंस कही जानेवाली बीजेपी में हलचल कुछ ज्यादा ही है. जिले की सभी छह विधानसभा सीटों पर टिकट के कई दावेदार भी कतार में खड़े हैं. कोई विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पसीना बहा रहा है तो कोई दिल्ली पहुंचकर गणेश परिक्रमा कर रहा है.
गिरिडीह बीजेपी में एक दर्जन नामों की है चर्चा
वैसे गिरिडीह विधानसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर भाजपा हमेशा ही मजबूत रही है. ऐसे में यहां भाजपा से टिकट पाने की लालसा कई पाल रखे हैं. वर्तमान में इस सीट पर भाजपा से टिकट की दौड़ में एक दर्जन नेताओं के नाम चर्चा में आगे चल रहे हैं. जिन नामों की चर्चा जोरों पर हैं उनमें सीट के निवर्तमान विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी,ओबीसी मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता विनय कुमार सिंह, महिला मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शालिनी वैशखियार, भाजपा प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य दिनेश यादव, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव, भाजपा प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य सह जिला अधिवक्ता संघ के सचिव चुन्नूकांत, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रकाश सेठ, भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री प्रो विनिता कुमारी, भाजपा जिला कोषाध्यक्ष मुकेश जालान, भाजपा जिलामंत्री संदीप डंगाइच और पीरटांड़ से आनेवाले भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्याम प्रसाद का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है.
निरंकुश सरकार को अपदस्थ करना एकमात्र बीजेपी का उद्देश्य : निर्भय
गिरिडीह विधानसभा सीट के दावेदारों से ईटीवी भारत ने बात की. पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहबादी कहते हैं यह अलग बात है कि बहुत सारे दावेदार हैं, लोग अपनी अपनी बात रख रहे हैं, बायोडाटा लेकर बहुत सारे साथी भ्रमण कर रहे हैं, ये सब बातें अपनी जगह पर है,पर इन सबों के बीच भाजपा का साझा उद्देश्य यह है कि किस तरह राज्य की वर्तमान भ्रष्टाचारी और निरंकुश सरकार को अपदस्थ किया जाए. उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए यह चुनौती है और इस चुनौती से लड़ने के लिए निर्भय शाहबादी पूरी लामबंदी के साथ खड़ा है.
क्या कहते हैं अन्य बीजेपी नेता
विनय कुमार सिंह कहते हैं कि उन्होंने 40 सालों तक नौकरी के साथ समाजसेवा की है. उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद जब से पार्टी ज्वाइन किया, तब से लोगों की सेवा में निरंतर जुटे रहे. पार्टी ने मौका दिया तो गिरिडीह को संवारा जाएगा. वहीं दिनेश यादव कहते हैं कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी उसके लिए वे पूरी तरह से तैयार हैं. इसी तरह का जवाब सुरेश साव और मुकेश जालान ने भी दिया.
धनवार से बाबूलाल नहीं लड़ें चुनाव तो दावेदार तैयार
वैसे धनवार विधानसभा सीट के विधायक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी हैं. यदि इस सीट से बाबूलाल चुनाव नहीं लड़ते हैं तो यहां भी कई नेता दावेदारी कर सकते हैं. बाबूलाल के अलावा जिनकी चर्चा इस सीट पर हो रही हैं उनमें भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ रविन्द्र कुमार राय, पूर्व आईजी लक्ष्मण प्रसाद सिंह प्रमुख रूप से शामिल हैं.
बगोदर सीट पर भी दावेदारी
बगोदर विधानसभा सीट पर पूर्व विधायक नागेंद्र महतो के अलावा छोटेलाल यादव की भी चर्चा हो रही है. छोटेलाल यादव वर्तमान में जिला परिषद के उपाध्यक्ष हैं. इनके अलावा कुछेक कार्यकर्ता भी दावेदारी पेश करने की तैयारी कर चुके हैं.
गांडेय में दिलीप के साथ मुनिया और यदुनंदन भी रेस में
गांडेय विधानसभा सीट भी भाजपा के लिए प्रतिष्ठा की सीट है. चूंकि इस सीट पर हाल में हुए विधानसभा उपचुनाव में झामुमो की कल्पना मुर्मू सोरेन ने भाजपा प्रत्याशी दिलीप वर्मा को पराजित किया था. दिलीप भले ही उपचुनाव हार गए हों, लेकिन सम्मानजनक वोट लाया और कल्पना सोरेन को कड़ी टक्कर दी. इसके बावजूद इस सीट पर दिलीप के अलावा जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी दौड़ में हैं. मुनिया के साथ-साथ पूर्व जिलाध्यक्ष यदुनंदन पाठक ने भी कमर कस ली है. इस संबंध में यदुनंदन पाठक कहते हैं कि वे 35 वर्षों से पार्टी के निष्ठावान सेवक रहे हैं. पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसे बखूबी निभाएंगे.
जमुआ विधानसभा सीट पर केदार चर्चा में आगे, पीछे से कामेश्वर भी तैयार
जमुआ विधानसभा सीट भाजपा के कब्जे में है और यहां से भाजपा के केदार हाजरा विधायक हैं. इस सीट पर केदार को टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा है, लेकिन पार्टी अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कामेश्वर पासवान और सुरेश हाजरा भी दावेदारी के लिए तैयार हैं.इसके अलावा भी कुछ कार्यकर्ता भी जमुआ सीट पर दावेदारी कर रहे हैं. इस संबंध में कामेश्वर पासवान कहते हैं कि पार्टी जो निर्णय लेगी वह सर्वोपरि है. वैसे उनकी तैयारी भी पूरी है.
डुमरी विधानसभा सीट से प्रदीप ताल ठोकने को तैयार
विधानसभा चुनाव में आजसू से गठबंधन होता है या नहीं यह तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन इस सीट से भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रदीप साहू जोर-शोर से तैयारी में जुटे हैं. प्रदीप हर दिन कार्यक्रम कर रहे हैं और लोगों से मिल भी रहे हैं. यहां पर प्रदीप के अलावा वरिष्ठ नेता प्रशांत जायसवाल भी चर्चा में हैं.
दो विधानसभा सीट पर समाजसेवी भी रेस में
इस बार भाजपा से टिकट की आस पार्टी के इतर भी कई लोगों ने पाल रखी है. धनवार विधानसभा सीट के लिए समाजसेवी सह संवेदक निरंजन राय की चर्चा जोरों पर है. कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में इनकी भूमिका भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में थी. ऐसे में निरंजन भी दौड़ में बताए जा रहे हैं. हालांकि इस विषय पर निरंजन राय ने किसी प्रकार कि प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. वहीं गिरिडीह से टिकट को लेकर विनोद सिन्हा के नाम की भी चर्चा है.
बाहरियों के पक्ष में नहीं हैं कार्यकर्ता
इन सभी सीट पर पार्टी के दावेदार कई हैं. हालांकि कार्यकर्ता कहते हैं कि सभी सीट पर जिला से ही उम्मीदवार होना चाहिए. ऐसा उम्मीदवार जो सभी को जाने-समझे, यह नहीं कि दूसरे जिला या राज्य से आयतीत को उम्मीदवार बना दिया जाए.
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