रामगढ़ः झारखंड सरकार के आदेश के बाद अनलॉक 5.0 में मिली छूट के बाद गुरुवार को जिले के अवस्थित सिद्धपीठ छिन्नमस्तिका मंदिर का पट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. हालांकि श्रद्धालुओं की संख्या कम दिखी. वहीं, जिला प्रशासन के पदाधिकारी और छिन्नमस्तिका मंदिर न्यास समिति के लोग काेविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए देखे गए.
हैंड सेनेटाइज और थर्मल स्क्रीनिंगदेश के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ स्थल मां छिन्नमस्तिका मंदिर को नई व्यवस्था के साथ आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. श्रद्धालु पहले ऑनलाइन टोकन लेंगे और उस टोकन के आधार पर मिले स्लॉट के अनुसार पूजा-अर्चना करेंगे. इसके साथ ही गर्भगृह में प्रवेश से पूर्व श्रद्धालुओं का हैंड सेनेटाइज और थर्मल स्क्रीनिंग भी कराई जा रही है. पुजारी भी फेस मास्क और हैंड ग्लब्स पहने हुए नजर आए. यहीं नहीं सुरक्षा के लिए भी काफी पुख्ता इंतजाम किए गए है. इसके लिए दो चेक पोस्ट बनाए गए हैं. कई जगहों पर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं, ताकि कोविड-19 के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जा सके. इस दौरान श्रद्धालु भी काफी खुश थे कि 6 महीने बाद उन्हें मां का दर्शन करने को मिला है.
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राज्य सरकार के फैसले का स्वागत
मंदिर के न्यास समिति के अध्यक्ष ने कहा कि अनलॉक-5 में मिली छूट के बाद आज से मंदिर को खोला गया है. पूरे नियम के साथ सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को गर्भ गृह में प्रवेश कराया जा रहा है. बिना मास्क के किसी को भी मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. मंदिर के खुल जाने से मंदिर से जुड़े लोग काफी खुश हैं. मंदिर खुलने के बाद विधायक ममता देवी भी पूजा अर्चना करने के लिए सिद्ध पीठ स्थल पहुंची. उन्होंने भी राज्य सरकार के फैसले का स्वागत किया और धन्यवाद दिया क्योंकि इस फैसले से मंदिर से जुड़े लोगों के चेहरे पर खुशी है. श्रद्धालु फिर से मां का दर्शन कर सकेंगे और अपनी मनोकामना मांगेंगे.
मंदिर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था मंदिर का समयमंदिर सुबह 5 से 6 बजे तक बलि के लिए और फिर 6 बजे से लेकर 12 बजे तक आम श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा. दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक फिर से बलि होगी. हालांकि सरकार के इस नियम से श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हो रही है. बावजूद इसके मंदिर खोलने के आदेश के बाद मंदिर न्यास समिति के पुजारी मंदिर से जुड़े दुकानदार और श्रद्धालुओं में काफी खुशी का माहौल दिखा.