रामगढ़: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रदेश के सभी जिला प्रशासन को ट्विटर के माध्यम से यह आग्रह किया है कि सड़क पर पैदल जाने वाले प्रवासी मजदूरों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया है कि सड़क पर पैदल चलने वाले प्रवासी मजदूरों को वाहन उपलब्ध करवाकर उनके घर तक पहुंचाएं. बावजूद इसके सड़कों पर सैकड़ों मजदूर पैदल चलकर अपने घर पहुंच रहे हैं.
झारखंड में कई प्रदेशों के मजदूर फंसे हुए हैं, कोई पैदल अपने राज्य यूपी कोई बिहार तो कोई बंगाल जा रहे हैं. कई मजदूरों को लॉकडाउन के बाद से ठीक से खाना पानी तक नहीं मिल पा रहा है. ये मजदूर सरकार की मदद मिलने की उम्मीद को छोड़ चुके हैं और कई कठिनाईयों का सामना करते हुए अपने-अपने घर की ओर निकल पड़े हैं. प्रवासी मजदूर अपने राज्य और घर कब तक पहुंचेंगे ये उनको नहीं पता, वो बस चलते जा रहे हैं. इस दौरान सभी एक दूसरे का हौसला भी बढ़ाते जा रहे हैं.