पलामूः सोमवार को पूरे देश ने धूमधाम से दिवाली मनाया. हालांकि इन सबके बीच नक्सल विरोधी अभियान में तैनात जवानों की दिवाली जंगलों में ही मनी (Diwali with villagers in forest In Palamu). इसकी वजह यह रही कि दिवाली को लेकर पूरे पलामू प्रमंडल में हाई अलर्ट जारी किया गया था. बूढ़ापहाड़ को नक्सलियों से मुक्त करने के बाद दिवाली को लेकर इलाके में विशेष चौकसी बरती जा रही थी. नक्सल विरोधी अभियान चलाए जाने के साथ-साथ जवानों ने स्थानीय ग्रामीणों के साथ दिवाली मनाई.
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इस दौरान बूढ़ापहाड़ समेत कई इलाकों में सुरक्षाबलों ने दिवाली को लेकर ग्रामीणों के बीच मिठाई बांटी. पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि दिवाली को लेकर अलर्ट जारी किया गया था. इसके लिए पुलिस मुख्यालय से एसओपी जारी की गई थी, जिसे पलामू गढ़वा और लातेहार के सभी अधिकारियों को बता दिया गया था. डीआईजी ने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान में तैनात जवानों का हौसला बढ़ाया गया है.
कई इलाकों में सर्च अभियान चलाः इधर, नक्सलियों की तलाश में सोमवार को दिवाली पर भी पलामू, गढ़वा, लातेहार के कई इलाकों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई थी. दिवाली की सुरक्षा को लेकर बिहार से सटे सीमावर्ती इलाके में नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया गया. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने रविवार को सर्च अभियान का जायजा लिया था और जवानों को कई निर्देश भी दिए थे. दिवाली को लेकर बूढ़ा पहाड़ लातेहार पलामू चतरा के सीमावर्ती इलाकों में खास चौकसी बरती गई. दो दिनों पहले लातेहार के चंदवा में रेलवे साइट पर माओवादियों द्वारा हमले के बाद इलाके में अतिरिक्त बलों की भी तैनाती की गई थी.