पलामूः सड़क हादसों में होने वाली मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. वाहन चेकिंग भी सख्त हुई है. सड़कों पर कई उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन मौत रूक नहीं रही है. फरवरी के पहले पखवाड़े में पलामू जैसे इलाके में 17 लोगों की मौत हुई थी, जबकि दूसरे पखवाड़े में 13 से अधिक लोगों की मौत हुई है. फरवरी में औसत हर दिन एक व्यक्ति की जान गई है.
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नेशनल हाइवे हो या ग्रामीण रोड लगातार दुर्घटना हो रही है. इन दुर्घटनाओं में मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. 2022 में पलामू में सड़क हादसों में 164 लोगों की मौत हुई थी. 2021 में 154 जबकि 2020 में 163 लोगों की मौत हुई थी. सड़क हादसों में ज्यादातर मरने वाले की उम्र 20 से 25 वर्ष की है. पलामू जैसे इलाके में औसतन सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली 10 मौतों में से सात मौत कम उम्र के लोगों की है. 2023 के शुरुआती महीनों में पलामू में सड़क हादसों के 60 से भी अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 45 से अधिक मौत हुई है.
सड़क हादसों को रोकने के लिए पुलिस ने भी कई तरह के उपाय किए हैं. सड़कों पर वाहन चेकिंग सख्ती से की जा रही है और जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है. बावजूद लोग लापरवाही दिखा रहे हैं और सड़क हादसे में उनकी मौत हो रही है. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि सड़क हादसों से होने वाली मौतों को रोकना बड़ी चुनौती है. मामले में जागरुकता अभियान भी चला रहे हैं. नुक्कड़ नाटक हो या स्कूल कॉलेजों में जागरुकता अभियान चलाकर पुलिस लोगों को ट्रैफिक नियमों के पालन करने के लिए अपील कर रही है.
एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि पुलिस सड़क हादसों को लेकर गंभीर है. ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाले खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना भी तैयार की गई है. ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है और सड़कों पर पुलिस की पहरेदारी अधिक बढ़ाई गई. एसपी ने कहा कि वे आम लोगों से भी सड़क हादसों के प्रति जागरूक रहने और सावधान रहने की अपील करते हैं. एसपी ने बताया कि ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर सड़क हादसों को रोकने के लिए उपाय किए जा रहे हैं.
पलामू में दो दर्जन से भी अधिक ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं. जहां सड़क हादसों में लगातार लोगों की मौत होती है. पलामू से औरंगाबाद तक जाने वाली नेशनल हाईवे 98 पर तुकबेरा, कंडा घाटी, सुल्तानी घाटी, ढाब को ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया गया है. पलामू से रांची रोड नेशनल हाइवे 75 पर दुबियाखाड़, तूम्बागाड़ा, सिंगरा, कजरी, कधवन, पलामू से गढ़वा रोड में मंगरदाहा घाटी, कुटी मोड़, डाल्टनगंज से पांकी रोड में लेस्लीगंज मोड़, सगलिम, रनेभरी, ताल घाटी, कारीमाटी घाटी, छत्तरपुर से जपला रोड में लठेया आदि को ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया गया है, जहां सड़क हादसे सबसे अधिक होते हैं. हाल के दिनों में ट्रैफिक नियम के तोड़ने के मामले में पलामू में फरवरी महीने में अकेले 3700 वाहनों से फाइन वसूला गया है.