पलामूः जिले के कई ऐसी सड़क है जो जानलेवा हो गई हैं. प्रतिदिन हादसों में इन सड़कों पर लोगों की जान जा रही है. पलामू प्रमंडल में सड़क दुर्घटना में होने वाली मौत को आंकड़े को रोकना बड़ी चुनौती बन गई है. सड़क दुर्घटना में होने वाले मौत को आंकड़े को रोकने के लिए झारखंड की पुलिस ने पूरी ताकत लगा दी है. आईजी स्तर में अधिकारी लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं और सड़क हादसों को रोकने के लिए समीक्षा कर रहे हैं.
पलामू, गढ़वा और लातेहार में जनवरी 2023 से मार्च में दूसरे सप्ताह तक सड़क हादसों में 126 से अधिक लोगों की मौत हुई है. इन सड़क हादसों में कई परिवार बिखर गए हैं. पलामू रेंज के आईजी राजकुमार लकड़ा ने सड़क हादसों को रोकने के लिए तीनों जिले के पुलिस अधिकारियों को कई बिंदुओं पर निर्देश भी जारी किए हैं. आईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि सड़क हादसों को रोकने के लिए मोटर व्हीकल एक्ट के पालन के लिए पुलिस जरूरी कदम उठा रही है.
पुलिस लोगों को जागरूक कर रही है, साथ ही साथ सख्त रवैया भी अपना रही है. आईजी ने बताया कि सड़कों पर नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. सड़क हादसों में होने वाली मौत के आंकड़ों को रोकना पुलिस के लिए प्राथमिकता है और सभी पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में कई जिम्मेवारी सौंपी गई है.
नेशनल हाइवे, स्टेट हाईवे और ग्रामीण सड़कों पर चिन्हित किए जा रहे हैं ब्लैक स्पॉटः पलामू, गढ़वा और लातेहार में नेशनल हाईवे 75, 98, 133, स्टेट हाइवे और ग्रामीण सड़कों पर ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए जा रहे हैं. ब्लैक स्पॉट और एक्सीडेंटल जोन में पुलिस बल की पेट्रोलिंग बढ़ाई जा रही है. इलाके में एंबुलेंस की भी तैनाती की योजना है. पुलिस की पेट्रोलिंग वाहन को फर्स्ट एड किट भी दिया जा रहा है. पेट्रोलिंग में शामिल पुलिस अधिकारी और जवानों को दुर्घटना के दौरान बरती जाने वाली सावधानी और इलाज के बारे में भी बताया जा रहा है.
पलामू प्रमंडल में नेशनल हाईवे 75, 98 और 133 पर सबसे अधिक सड़क हादसों में लोगो की जान जाती है. पलामू रेंज की पुलिस पिछले 10 वर्ष में हुए सड़क दुर्घटनाओं के कारण से जुड़े हुए मुकदमों की स्थिति का भी आंकलन कर रही है. पुलिस सड़क दुर्घटनाओं में शामिल वाहनों के बारे में भी डाटा तैयार कर रही है.