पलामू: नक्सलियों के आपसी मुठभेड़ में जख्मी हुए जेजेएमपी के टॉप कमांडर को महीनों बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार नक्सली कमांडर सुरेंद्र राम ने पलामू पुलिस के सामने कई बड़े खुलासे किए हैं. सुरेंद्र राम और सुमंत जी उर्फ सुमंत मोची उर्फ सुमंत कुमार रवि लातेहार के मनिका थाना क्षेत्र के मनधनिया का रहने वाला है और पलामू और लातेहार में कई नक्सल घटनाओं का आरोपी रहा है. उस पर रामगढ़, मनिका और लातेहार में कई एफआईआर दर्ज हैं.
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दरसल, 12 अगस्त 2021 को पलामू के रामगढ़ थाना क्षेत्र के कोकाडु में झारखंड जनमुक्ति परिषद के नक्सली जंगल मे रुके हुए थे. इसी बीच जेजेएमपी के नक्सलियों के बीच पैसों को लेकर विवाद हो गया और जमकर गोली चली. इस मुठभेड़ में जेजेएमपी का टॉप कमांडर रामसुंदर राम मारा गया. इसी मुठभेड़ में सुरेंद्र राम जख्मी हो गया था. जख्मी सुरेंद्र राम का जेजेएमपी के ही नक्सलियों ने इलाज करवाया, इसके बाद उसे छिपा कर रखा गया था. जिसकी भनक पलामू पुलिस को लग गई.
पलामू पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि सुरेंद्र राम मनिका के इलाके में आया हुआ है. इसी सूचना के आधर पर रामगढ़ थाना प्रभारी प्रभात रंजन राय के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी की और सुरेंद्र राम को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद सुरेंद्र राम ने पुलिस को बताया है कि इस मुठभेड़ के बाद जयंती के नक्सली उसे उठाकर ले गए थे और उसे स्थानीय डॉक्टरों से इलाज करवाया था. उसे दाएं पैर में गोली लगी थी.
चैनपुर इंस्पेक्टर तुलसीदास मुंडा ने बताया कि सुरेंद्र राम न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है. सुरेंद्र राम गोली लगने के बाद से फरार था. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि घटना के दिन वह सोया हुआ था कि अचानक गोली चलनी शुरू हो गई. इसी घटना में उसके पैर में गोली लगी.