पलामू: बिहार सीमा से सटे हरिहरगंज में बने कैंप से 400 से अधिक मजदूरों को छोड़ा गया है. सभी मजदूर पिछले 24 घंटे से कैंप में क्वॉरेंटाइन में थे. बता दें कि हरिहरगंज के सीता हाई स्कूल और कौआ खोह स्कूल को कैंप बनाया गया था, जंहा बाहर से आए हुए लोगों को क्वॉरेंटाइन में रखा गया.
जानकारी के अनुसार बिहार सीमा को सील करने के बाद करीब 700 मजदूर हरिहरगंज पहुंचे थे. सभी मजदूरों को रातभर कैंप में रखा गया. वहीं, मंगलवार की सुबह 11 बजे के बाद पलामू के मजदूरों को समूहों में छोड़ा गया. जिसके बाद मजदूर 100 से अधिक किलोमीटर का सफर पैदल तय करेंगे. लगभग मजदूर पलामू के पांकी, लेस्लीगंज समेत पलामू के विभिन्न इलाकों के रहने वाले है. हरिहरगंज से सभी मजदूरों को अपने-अपने गांव तक जाने के लिए 100 से भी अधिक किलोमीटर का सफर करना पड़ेगा. प्रशासन ने सभी मजदूरों को छोड़ दिया है, लेकिन किसी को जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है.
ये भी पढ़ें- रांचीः झारखंड में मिला कोरोना का पहला मरीज
छत्तरपुर अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि बिना बताए ही सभी मजूदरों को छोड़ा गया है. इसकी खबर भी उनको नहीं थी. उन्होंने कहा कि छोड़े गए मजदूरों को उनके पंचायत में ही क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. वहीं, बाहर के मजदूरों को वंहा के अधिकारियों को आने के बाद छोड़ा जाएगा. वहीं, कैंप में लोगों की स्वास्थ्य जांच हुई है. साथ ही बिहार के डुमरिया के मजदूरों को उनके मुखिया को बुलाकर सौंपा गया है.