पलामूः मूर्ति चोरों के इंटर स्टेट लिंक का खुलासा हुआ है. मूर्ति चोर गिरोह का नेटवर्क झारखंड समेत कई राज्यों तक फैला हुआ है. यह गिरोह दुर्लभ और प्राचीन मूर्तियों की चोरी करता था. पलामू पुलिस ने गिरोह से जुड़े हुए दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सदस्यों में एक मूर्ति चोरी करता था, जबकि दूसरा चोरी की मूर्तियों को खरीदता था. चोरी की मूर्ति बिहार के सासाराम में बिक्री की जाती थी.
12 सितंबर को शिव मंदिर से हुई थी लड्डू गोपाल की मूर्ति चोरीः दरअसल, पलामू के मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र के कोयल नदी के तट पर मौजूद शिव मंदिर में 12 सितंबर को भगवान लड्डू गोपाल की मूर्ति और चांदी का मुकुट चोरी हो गया था. मामले में पलामू पुलिस ने अनुसंधान करते हुए चोरी की घटना में शामिल मो सोहैल और चोरी की सामग्री खरीदने वाला उपेंद्र कुमार सेठ को गिरफ्तार किया है. मो सोहैल पलामू के पोखराहा, जबकि उपेंद्र सेठ बिहार के सासाराम का रहने वाला है.
चोरी का मास्टरमाइंड पुलिस की पकड़ से दूरः गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने क्षतिग्रस्त चांदी का मुकुट बरामद किया है. जबकि भगवान लड्डू गोपाल की मूर्ति बरामद नहीं हुई है, जो अष्टधातु की है. चोरी की घटना में शामिल मास्टरमाइंड फरार है. एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार चोरों का लिंक बिहार से जुड़ा हुआ है. मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. गिरफ्तार आरोपी कई घटनाओं में शामिल रहा है. उन्होंने बताया कि फरार आरोपी गढ़वा के इलाके में मूर्ति चोरी की घटना में शामिल रहा है. गिरोह के खिलाफ कार्रवाई में टाउन थानेदार अभय कुमार सिन्हा, सब इंस्पेक्टर अजीत कुमार मुंडा, एएसआई रेवाशंकर राणा, मोहम्मद नबी शामिल थे.
बिहार के सासाराम में बेची जाती हैं चोरी की दुर्लभ मूर्तियांः बिहार के सासाराम में चोरी की दुर्लभ मूर्तियों की बिक्री की जाती थी. पलामू में पकड़ा गया गिरोह सासाराम में ही मूर्ति को बेचता था. फरार मुख्य आरोपी ने सासाराम में कई दुर्लभ मूर्तियों की बिक्री की है. पलामू, गढ़वा समेत कई इलाकों में दुर्लभ और प्राचीन मूर्ति चोरी हुई है. सभी चोरी की मूर्तियां सासाराम में बेची गई हैं. पलामू से चोरी हुई लड्डू गोपाल की मूर्ति की बिक्री सासाराम में की जानी थी, लेकिन अब तक लड्डू गोपाल की मूर्ति नहीं बिकी है.