पलामूः डालटनगंज झारखंड की राजधानी से 165 किलोमीटर दूर है. डालटनगंज मेदिनीनगर के नाम से भी जाना जाता है. राज्य के 81 विधानसभा सीटों में यह सीट काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस विधानसभा सीट से 2014 में आलोक चौरसिया ने जेवीएम की टिकट से चुनाव लड़ा था, हालांकि चुनाव जीतने के बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए. यह सीट किसी भी पार्टी की परंपरागत सीट नहीं रही है.
गौरतलब है कि डालटनगंज विधानसभा सीट से 2005 में जदयू नेता इंदर सिंह नामधारी ने चुनाव जीता था. इसके बाद 2009 में कांग्रेस नेता केएन त्रिपाठी विधायक चुनकर आए. वहीं, 2014 में जेवीएम की टिकट पर आलोक चौरसिया ने चुनाव जीता और बाद में बीजेपी में शामिल हुए.
विधायक ने गिनवाई अपनी उपलब्धि
विधायक आलोक चौरसिया ने अपने 5 सालों के कार्यकाल में कई विकास के काम करने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में रोड, शिक्षा, स्वास्थ्य में बहुत सारे काम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में ही मेडिकल कॉलेज की स्थापना हुई है. वे कहते हैं कि जिन दलित, शोषित वर्गों को हर पार्टी ने नजरअंदाज किया है उनके उत्थान के लिए उन्होंने काफी काम किए हैं.
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विपक्ष ने ठहराया अक्षम
विपक्ष के कांग्रेस नेता सह पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने कहा कि डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र की जनता के लिए पिछले 5 सालों का कार्यकाल गूंगा रहा है. किसी भी क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ है. उन्होंने उनके कार्यकाल को अक्षम ठहराया है.
विधायक के कामों पर आम लोगों के विचार
विधायक के कामों को लेकर आम लोगों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है. कुछ लोग विधायक आलोक चौरसिया के काम से पूरी तरह संतुष्ट नजर आए तो कुछ असंतुष्ट. जनता ने स्वीकारा कि विकास के कार्यों को बहुत हद तक गति मिली है, लेकिन जितनी उम्मीद थी उस हिसाब से काम नहीं हुआ.
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डालटनगंज में अब तक के विधायक
- 1952- अमिया कुमार घोष
- 1957- उमेश्वरी चरण
- 1962- सच्चिदानंद त्रिपाठी
- 1967 से लगातार 1977 तक पूरनचंद
- 1980- इंदर सिंह नामधारी
- 1985- ईश्वरचंद पांडेय
- 1990 से 2009 तक इंदरसिंह नामधारी
- 2009- केएन त्रिपाठी
- 2014 -आलोक चौरसिया