रांची: हेमंत सरकार रोजगार, राजस्व संग्रह और विकास पर गंभीर है. राज्य की बागडोर लगातार दूसरी बार संभालने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहली बार सोमवार दो दिसंबर को आला अधिकारियों के साथ बैठक की.
झारखंड मंत्रालय में हुई इस उच्च स्तरीय बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विकास कार्य को तेज करने का स्पष्ट निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि हर विभाग की अलग-अलग समीक्षा होगी और जहां भी कोई कठिनाइयां हैं, उसे दूर करने की कोशिश की जाएगी.
इस बैठक में बजट की तैयारी के साथ-साथ वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट प्रावधानों से अलग शुरू की गई नई योजनाओं के अतिरिक्त दायित्वों की पूर्ति और वित्तीय वर्ष 2024-25 के अनुपूरक बजट की तैयारी को लेकर चर्चा की गई. करीब दो घंटे तक आला अधिकारियों के साथ हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिक से अधिक कार्यों को धरातल पर उतराने का लक्ष्य दिया है.
समय का सदुपयोग करें अधिकारीः सीएम
लगातार दूसरी बार राज्य की गद्दी संभालने के बाद आला अधिकारियों से पहली ही मुलाकात में मुख्यमंत्री एक्शन में दिखे. बैठक में उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि समय का सदुपयोग करें और इस दौरान आनेवाली कठिनाइयों का त्वरित निष्पादन करें. उन्होंने कहा कि राज्य में काम-काज कैसा चल रहा है इसे लेकर विभाग स्तर पर समीक्षा होगी और जो प्रमुख योजनाएं संचालित हैं उनकी विस्तृत समीक्षा होगी.
झारखंड मंत्रालय में बैठक के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान हेमंत सोरेन ने कहा कि समय का सदुपयोग हो और विकास कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि मंत्री परिषद का गठन हो जाने के बाद विकास कार्यों में और तेजी आएगी. उन्होंने कहा कि यदि कोई समस्याएं आती है तो उसका समाधान निकाला जाए. बैठक में मुख्य सचिव अलका तिवारी सहित विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव मौजूद थे.
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