पलामू: स्टोन माइंस में तोड़फोड़ के बाद पुलिस पर लाठी डंडों से हमले का प्रयास हुआ है. इस हमले के बाद पुलिस ने कई नेता और ग्रामीणों खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. पूरे मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज किए गए हैं और एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया है. इस घटना में स्टोन माइंस के कुछ वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है. यह पूरी घटना पलामू के नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र के कुहकुह कला की है.
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दरअसल, कुहकुहकला में स्टोन माइंस संचालक और स्थानीय के बीच विवाद चल रहा था. इसी बात के बीच वामदल और अन्य संगठन के लोगों ने स्थानीय ग्रामीणों के साथ बैठक की थी. इस बैठक के बाद माइंस में तोड़फोड़ हुई थी. इस घटना के बाद माइंस संचालक ने स्थानीय ग्रामीण और कुछ नेताओं खिलाफ एफआईआर करवाई थी. एफआईआर के कुछ घंटों के बाद फिर से स्थानीय ग्रामीण एकजुट हुए और स्टोन माइंस पर हमला कर दिया था. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस के साथ ग्रामीणों की हल्की सी झड़प भी हुई है. इस दौरान पुलिस पर लाठी-डंडे से हमला हुआ है.
पुलिस ने पूरी घटना का वीडियोग्राफी किया है. इस हमले में पुलिस को कोई नुकसान नहीं हुआ है. नौडीहा बाजार के थाना प्रभारी अमन कुमार ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने पूरे मामले में 12 से 15 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की और आगे की कार्रवाई कर रही है. पूरे मामले में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के रुचिर तिवारी, केडी सिंह, सूर्यपत सिंह, संतोष विश्वकर्मा, संजय विश्वकर्मा, विजय विश्वकर्मा, नथुनी विश्वकर्मा समेत कई लोगों के एफआईआर दर्ज किया गया है. सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 332, 353, 323, 307, 427, 120(बी) की धारा लगाई गई है. इधर ग्रामीणों का कहना है कि संचालक ने फर्जी तरीके से उनकी जमीन को लीज लिया है, जिसका वे विरोध कर रहे हैं.