पाकुड़: जिले में कालाजार को समूल खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है. जिले के कालाजार प्रभावित 470 गांव में आईआरएस छिड़काव के लिए 35 दलों को डीसी मृत्युंजय कुमार वर्णवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. मौके पर डीसी ने एक भी घर न छूटे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों को निर्देश दिया.
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स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के 470 गांव के 67 हजार 385 घरों में आईआरएस छिड़काव कराने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए 35 छिड़काव दल को रवाना किया गया है. जानकारी के मुताबिक जिले के हिरणपुर में 42, महेशपुर में 65, पाकुड़िया में 21, अमड़ापाड़ा में 80, लिट्टीपाड़ा में 215 एवं पाकुड़ में 47 गांव कालाजार प्रभावित चिन्हित है.
इन सभी गांवों में आईआरएस छिड़काव घर-घर किया जाएगा. बताया गया कि वर्तमान में लिट्टीपाड़ा प्रखंड में 13, अमड़ापाड़ा में 5, हिरणपुर में 9, पाकुड़ में 10 एक्टिव मरीज है, जिनका इलाज चल रहा है. जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रभावित इलाकों के घर घर जाकर कालाजार खोज अभियान चला रही है. पॉजिटिव मरीज पाए जाने पर उसे इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराने का काम किया जा रहा है ताकि कालाजार खत्म हो और लोग स्वस्थ रहे.
डीसी मृत्युंजय ने क्या कहा: डीसी मृत्युंजय कुमार वर्णवाल ने पत्रकारों को बताया कि पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा के खासकर पहाड़ी क्षेत्र कालाजार प्रभावित हैं. कहा कि कालाजार के समूल खात्मे के लिए टीम वर्क से काम किया जा रहा है. डीसी ने बताया कि आईआरएस छिड़काव कार्य पूरा होने का बाद सर्वे कराया जाएगा ताकि यह पता चल सके कि कहीं कोई मकान छूटा तो नहीं.