पाकुड़: जाति जनगणना की मांग बिहार के बाद अब झारखंड में भी तेज होने लगी है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के बाद ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने भी राज्य में जाति जनगणना की पैरवी की. मंत्री का कहना है कि झारखंड में भी जाति जनगणना होनी चाहिए और इसे कराया जाएगा.
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मंत्री आलमगीर ने क्या कहा: मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि जाति जनगणना के साथ शैक्षणिक, आर्थिक गणना भी होनी चाहिए. जिससे ये समझ में आए कि नौकरी पेशा में कितने लोग हैं? उनकी स्थिति क्या है? मंत्री ने जिला समाज कल्याण विभाग के जागरुकता रथ कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान ये बात कही.
जाति जनगणना से पिछड़ापन दूर होगा: मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का स्टैंड है कि जाति जनगणना हो और इसे राज्य में कराया जाएगा. मंत्री ने कहा कि इससे समाज में असमानता को कम करने में मदद मिलेगी. पिछड़े लोगों को आगे लाने का प्रयास होगा. मंत्री ने कहा कि जाति जनगणना से पिछड़ापन को भी दूर किया जा सकता है.
हरी झंडी दिखाकर रवाना किया रथ: जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा निकाली गई जागरुकता रथ को मंत्री आलमगीर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. मंत्री ने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण इलाकों के लोगों में बाल विवाह, डायन प्रथा, घरेलू हिंसा, बाल व्यापार सहित सामाजिक बुराइयों को खत्म करने को लेकर जागरुकता रथ निकाला गया. इस दौरान पाकुड़ डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल, डीडीसी शाहिद अख्तर, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अंजू देवी मौजूद रही. ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि सामाजिक बुराइयों को जागरुकता से ही खत्म किया जा सकता है.
स्थानीय लोगों की सुनी समस्याएं: इस मौके पर मंत्री ने परिसदन में स्थानीय लोगों की समस्याएं सुनी और अधिकारियों के साथ बैठक कर समस्याओं के निदान को लेकर लोगों को आश्वान भी दिया. वहीं मंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. साथ ही संगठन को मजबूत करने और राज्य सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने और बताने का निर्देश दिया.