ETV Bharat / state

अनुबंध पर कार्यरत पारा स्वास्थ्य कर्मियों का धरना, मांगों को लेकर की नारेबाजी

स्वास्थ्य विभाग पाकुड़ में संविदा पर बहाल पारा स्वास्थ्य कर्मियों ने विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया है. इस दौरान जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई. सुदूरवर्ती क्षेत्र से आए लोग बगैर इलाज कराए ही वापस लौट गए. इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने मांगों को लेकर नारेबाजी की और आक्रोश जताया. क्या है पारा स्वास्थ्य कर्मियों की मांगें, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.

Strike Of Contract Health Workers In Pakur
Contract Health Worker Sitting On Dharna
author img

By

Published : Jan 20, 2023, 1:11 PM IST

पाकुड़: सेवा स्थायी करने की मांग को लेकर अनुबंध पर कार्यरत पारा मेडिकल कर्मियों ने शुक्रवार को सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना दिया. एनआरएचएम एएनएम, जीएनएम पारा मेडिकल कर्मियों की हड़ताल के समर्थन में चिकित्सा जन स्वास्थ कर्मचारी संघ के सदस्यों ने भी काला बिल्ला लगाकर उन्हें नैतिक समर्थन किया. धरना पर बैठे अनुबंध पर बहाल स्वास्थ कर्मियों ने सरकार और स्वास्थ विभाग के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी मांगों को पूरा करने की मांग सरकार से की.

ये भी पढे़ं-टीबी मुक्त भारत का सपना होगा साकार, पाकुड़ में पत्थर व्यवसायी ने 63 रोगियों को लिया गोद

सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोपः इस दौरान अनुबंध पर बहाल हड़ताली कर्मियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया. वहीं अनुबंध पर बहाल स्वास्थ कर्मियों की हड़ताल की वजह से सदर अस्पताल के अलावे सामुदायिक स्वास्थ केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ केंद्रों में स्वास्थ सेवाएं प्रभावित रहीं. इस संबंध में संघ की मर्शिला मुर्मू ने कहा कि पारा मेडिकल नियमावली 2018 में आंशिक संशोधन करते हुए स्वास्थ विभाग के सभी पारा मेडिकल कर्मियों का वर्ष 2014 की तरह विभागीय नियमितिकरण की प्रक्रिया अविलंब चालू करने की मांग सरकार से ही की गई है.

24 जनवरी से आमरण अनशन की चेतावनीः उन्होंने कहा कि यदि जनवरी 2023 तक हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो 24 जनवरी से आमरण अनशन करेंगे. वहीं झारखंड चिकित्सा जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ शाखा पाकुड़ के जिला सचिव गोपाल कुमार ने बताया कि पूरे राज्य में कर्मचारी संघ काला बिल्ला लगाकर पारा मेडिकल कर्मियों के आंदोलन को नैतिक समर्थन दिया है. उन्होंने बताया कि पारा मेडिकल कर्मी वर्षों से सेवा दे रहे हैं और समायोजन को लेकर पूर्व में शासन-प्रशासन में बैठे अधिकारी और मंत्रियों ने आश्वासन दिया, लेकिन इनकी मांगें पूरी नहीं की गई.

चिकित्सा जन स्वास्थ कर्मचारी संघ ने किया आंदोलन का समर्थनः सचिव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांगों को पूरा करने की मांग की है, पारा मेडिकल कर्मी हड़ताल खत्म कर काम पर लौट सकें. इस संबंध में जिला सचिव गोपाल कुमार ने कहा कि जब तक पारा मेडिकल कर्मियों की मांगें पूरी नहीं हो जाती है, कर्मचारी संघ का समर्थन रहेगा. इस मौके पर प्रेमलता सिन्हा, मर्शिला टुडू, निभा कुमारी, सुधांशु चंद्र दास, नलिनी किस्कू, समशाद अख्तर, इंद्रियास मुर्मू, कुमकुम पाल, सोनी कुमारी, नीतु नोमिनी मुर्मू, बसंती टुडू, आलोक नोएल टुडू, गोपाल कुमार, नलिन कुमार आदि मौजूद थे.

पाकुड़: सेवा स्थायी करने की मांग को लेकर अनुबंध पर कार्यरत पारा मेडिकल कर्मियों ने शुक्रवार को सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना दिया. एनआरएचएम एएनएम, जीएनएम पारा मेडिकल कर्मियों की हड़ताल के समर्थन में चिकित्सा जन स्वास्थ कर्मचारी संघ के सदस्यों ने भी काला बिल्ला लगाकर उन्हें नैतिक समर्थन किया. धरना पर बैठे अनुबंध पर बहाल स्वास्थ कर्मियों ने सरकार और स्वास्थ विभाग के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी मांगों को पूरा करने की मांग सरकार से की.

ये भी पढे़ं-टीबी मुक्त भारत का सपना होगा साकार, पाकुड़ में पत्थर व्यवसायी ने 63 रोगियों को लिया गोद

सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोपः इस दौरान अनुबंध पर बहाल हड़ताली कर्मियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया. वहीं अनुबंध पर बहाल स्वास्थ कर्मियों की हड़ताल की वजह से सदर अस्पताल के अलावे सामुदायिक स्वास्थ केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ केंद्रों में स्वास्थ सेवाएं प्रभावित रहीं. इस संबंध में संघ की मर्शिला मुर्मू ने कहा कि पारा मेडिकल नियमावली 2018 में आंशिक संशोधन करते हुए स्वास्थ विभाग के सभी पारा मेडिकल कर्मियों का वर्ष 2014 की तरह विभागीय नियमितिकरण की प्रक्रिया अविलंब चालू करने की मांग सरकार से ही की गई है.

24 जनवरी से आमरण अनशन की चेतावनीः उन्होंने कहा कि यदि जनवरी 2023 तक हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो 24 जनवरी से आमरण अनशन करेंगे. वहीं झारखंड चिकित्सा जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ शाखा पाकुड़ के जिला सचिव गोपाल कुमार ने बताया कि पूरे राज्य में कर्मचारी संघ काला बिल्ला लगाकर पारा मेडिकल कर्मियों के आंदोलन को नैतिक समर्थन दिया है. उन्होंने बताया कि पारा मेडिकल कर्मी वर्षों से सेवा दे रहे हैं और समायोजन को लेकर पूर्व में शासन-प्रशासन में बैठे अधिकारी और मंत्रियों ने आश्वासन दिया, लेकिन इनकी मांगें पूरी नहीं की गई.

चिकित्सा जन स्वास्थ कर्मचारी संघ ने किया आंदोलन का समर्थनः सचिव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांगों को पूरा करने की मांग की है, पारा मेडिकल कर्मी हड़ताल खत्म कर काम पर लौट सकें. इस संबंध में जिला सचिव गोपाल कुमार ने कहा कि जब तक पारा मेडिकल कर्मियों की मांगें पूरी नहीं हो जाती है, कर्मचारी संघ का समर्थन रहेगा. इस मौके पर प्रेमलता सिन्हा, मर्शिला टुडू, निभा कुमारी, सुधांशु चंद्र दास, नलिनी किस्कू, समशाद अख्तर, इंद्रियास मुर्मू, कुमकुम पाल, सोनी कुमारी, नीतु नोमिनी मुर्मू, बसंती टुडू, आलोक नोएल टुडू, गोपाल कुमार, नलिन कुमार आदि मौजूद थे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.