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झारखंड के गांवों में कोरोना की नो एंट्री, ये है उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह

कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने देश को ऐसे जख्म दिए कि जिसकी भरपाई मुश्किल है. संक्रमण ने इतना कोहराम मचाया कि गंगा में सैकड़ों शव बहते दिखें. इस सब के बीच शहर की चकाचौंध से दूर. झारखंड के गांव अभी भी कोरोना के कहर से दूर हैं. इसके पीछे ग्रामीण जहां अपने रहन सहन को कारण बताते हैं. वहीं, चिकित्सा अधिकारी मानते हैं कि सजगता और सरकार के गाइड लाइन का पालन करने के कारण गांवाों में संक्रमण नहीं फैला है.

corona in jharkhand villages
जांच करते पुलिस अधिकारी
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Published : May 18, 2021, 6:12 PM IST

Updated : May 18, 2021, 7:59 PM IST

पाकुड़: जंगलों और पहाड़ों में बसे आदिवासी समाज के लोग आज भी जानलेवा कोरोना वायरस से महफूज हैं. ग्रामीण मानते हैं कि उनका रहन सहन और ग्रामीण परिवेश ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है. उनका मानना है कि उनका खानपान का तरीका ऐसा है कि कोरोना उन्हें छू भी नहीं सकता. ग्रामीणों का कहना है कि वे लोग पूरी तरह से प्राकृति पर निर्भर हैं. पूरा गांव चारों तरफ हरे-भरे पेड़ों से घिरा है. जिससे उन्हें शुद्ध ऑक्सिजन मिलती है. यह प्राकृतिक माहौल ही उन्हें स्वस्थ्य रखने में सहायक है. लेकिन इसके बाद भी वे सरकार के जारी गाइडलाइन का पालन करते हैं.

देखें वीडियो

ये भी पढ़ें: पाकुड़ में कोरोना जांच के लिए 13 स्थानों पर बनाए गए हैं स्थायी बूथ, केंद्र पर व्यवस्थाओं का अभाव

सरकार भी कर रही कोशिश

हेमंत सरकार भी पूरी कोशिश कर रही है कि कोरोना को गांवों में फैसले से रोका जाए, यही वजह है कि गांव में कोरोना जांच अभियान चलाया जा रहा है. गांव में अगर कोई बाहर से आता है तो पहले उसकी जांच की जाती है फिर उसे आइसोलेशन में रखा जाता है. यही नहीं अगर किसी में कोरोना के लक्षण मिलते हैं को उसे पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया जाता है.

corona case in jharkhand
जांच करते पुलिसकर्मी

कोरोना काल में बनाए नियमों का सख्ती से पालन

गांव के लोगों ने आपसी सूझबूझ के साथ कोरोना को मात दी है. कोरोना काल में इन्होंने इस तरह के नियम बनाए हैं कि गांवों में इस जानलेवा बीमारी ने अपने पैर नहीं पसारे हैं. गांवों में कोरोना ना फैले इसके लिए एक तरफ सरकार जहां जांच अभियान चला रही है, वहीं दूसरी और वैक्सीनेशन को लेकर भी अभियान चलाया जा रहा है. लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर किसी भी प्रकार की कोई गफलत नहीं है और तेजी से टीकाकरण हो रहा है.

corona case in jharkhand
गांव में भी सन्नाटा

ये भी पढ़ें: द म्यूजिकल इंस्पिरेशन: टीकाकरण के लिए आगे आए लोग

बीमारी मचा रही तबाही

आज कोरोना से पूरा देश प्रभावित है. कई राज्यों में इस बीमारी ने ग्रामीण इलाकों में भी तबाही मचाई है. ऐसे में पाकुड़ के ग्रामीण इलाके में लोगों का कहना है कि उन्होंने कोरोना की पहली और दूसरी लहर का अच्छे से मुकाबला किया है. अब अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो फिर उसका भी मुकाबला करेंगे.

पाकुड़: जंगलों और पहाड़ों में बसे आदिवासी समाज के लोग आज भी जानलेवा कोरोना वायरस से महफूज हैं. ग्रामीण मानते हैं कि उनका रहन सहन और ग्रामीण परिवेश ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है. उनका मानना है कि उनका खानपान का तरीका ऐसा है कि कोरोना उन्हें छू भी नहीं सकता. ग्रामीणों का कहना है कि वे लोग पूरी तरह से प्राकृति पर निर्भर हैं. पूरा गांव चारों तरफ हरे-भरे पेड़ों से घिरा है. जिससे उन्हें शुद्ध ऑक्सिजन मिलती है. यह प्राकृतिक माहौल ही उन्हें स्वस्थ्य रखने में सहायक है. लेकिन इसके बाद भी वे सरकार के जारी गाइडलाइन का पालन करते हैं.

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सरकार भी कर रही कोशिश

हेमंत सरकार भी पूरी कोशिश कर रही है कि कोरोना को गांवों में फैसले से रोका जाए, यही वजह है कि गांव में कोरोना जांच अभियान चलाया जा रहा है. गांव में अगर कोई बाहर से आता है तो पहले उसकी जांच की जाती है फिर उसे आइसोलेशन में रखा जाता है. यही नहीं अगर किसी में कोरोना के लक्षण मिलते हैं को उसे पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया जाता है.

corona case in jharkhand
जांच करते पुलिसकर्मी

कोरोना काल में बनाए नियमों का सख्ती से पालन

गांव के लोगों ने आपसी सूझबूझ के साथ कोरोना को मात दी है. कोरोना काल में इन्होंने इस तरह के नियम बनाए हैं कि गांवों में इस जानलेवा बीमारी ने अपने पैर नहीं पसारे हैं. गांवों में कोरोना ना फैले इसके लिए एक तरफ सरकार जहां जांच अभियान चला रही है, वहीं दूसरी और वैक्सीनेशन को लेकर भी अभियान चलाया जा रहा है. लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर किसी भी प्रकार की कोई गफलत नहीं है और तेजी से टीकाकरण हो रहा है.

corona case in jharkhand
गांव में भी सन्नाटा

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बीमारी मचा रही तबाही

आज कोरोना से पूरा देश प्रभावित है. कई राज्यों में इस बीमारी ने ग्रामीण इलाकों में भी तबाही मचाई है. ऐसे में पाकुड़ के ग्रामीण इलाके में लोगों का कहना है कि उन्होंने कोरोना की पहली और दूसरी लहर का अच्छे से मुकाबला किया है. अब अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो फिर उसका भी मुकाबला करेंगे.

Last Updated : May 18, 2021, 7:59 PM IST
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