लोहरदगा: लोहरदगा सदर प्रखंड में शनिवार को जनसुनवाई आयोजित की गई. जिसमें झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री सह लोहरदगा विधायक डॉ रामेश्वर उरांव ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी. साथ ही मंत्री ने समस्याओं के निराकरण को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए. बताते चलें कि पिछले साल भी राज्य सरकार की ओर से प्रखंड में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसके बाद इस वर्ष जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित की गई. इसके पीछे की वजह क्या है. इस बारे में मंत्री ने महत्वपूर्ण बातें कही हैं.
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जनसुनवाई की आवश्यकता की मंत्री ने दी जानकारीः झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री और लोहरदगा के विधायक डॉ रामेश्वर उरांव ने लोहरदगा सदर प्रखंड परिसर में जनसुनवाई की. इस दौरान जब मंत्री से पूछा गया कि पिछले साल ही तो राज्य सरकार की ओर से सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. गांव-गांव में शिविर लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी गई थी. फिर मंत्री को जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित करने की जरूरत क्यों पड़ी. इस पर मंत्री ने कहा कि वह स्थानीय विधायक भी हैं. गांव-गांव घूम कर लोगों की समस्याएं सुनते हैं. अभी बजट सत्र चल रहा है. ऐसे में वह क्षेत्र भ्रमण नहीं कर पा रहे हैं. इस वजह से उन्होंने जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया है.
कार्यक्रम के माध्यम से जनता की समस्याओं का किया गया निपटाराः कार्यक्रम का मकसद लोगों की समस्याओं का समाधान करना है. बिजली, पेंशन, सड़क सहित अन्य समस्याओं के समाधान को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं. जनता के साथ जुड़े रहने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित की जा रही है. हालांकि मंत्री ने इस कार्यक्रम के अलावा किसी अन्य विषय पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. कार्यक्रम में अधिकारियों के अलावा क्षेत्र के लोगों की भीड़ उमड़ी थी.
सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों से लोग पहुंचे थे कार्यक्रम मेंः लोहरदगा में झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों की समस्याएं सुनी. कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों को ऑन द स्पॉट समस्याओं के समाधान का निर्देश दिया. सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोग अपनी अपनी समस्याएं लेकर कार्यक्रम में पहुंचे थे. मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि जनता की समस्याओं का समाधान करना उनकी प्राथमिकता है. किसी भी स्थिति में ग्रामीणों को बेवजह दौड़ाया ना जाए.