लोहरदगा: शहर के बीचों बीच स्थित ऐतिहासिक बड़ा तालाब के नव निर्माण कार्य में लगातार मिल रही शिकायतों के बाद शुक्रवार को उपायुक्त आकांक्षा रंजन प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अचानक निरीक्षण करने पहुंची.
बड़ा तालाब के नव निर्माण का कार्य लंबे इंतजार के बाद शुरू हो चुका है. लेकिन इसके शुरू होते ही काम मे लापरवाही की खबरें आम होने लगी. लोगों ने जब इसकी शिकायत की तो शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम के साथ डीसी ने इसका औचक निरीक्षण किया.
इस दौरान डीसी तालाब के गहरीकरण को लेकर असंतुष्ट दिखाई दी. इसके अलावा जमीन के अतिक्रमण की मिल रही शिकायतों को लेकर मामले में अधिकारियों को तथ्य स्पष्ट करने को कहा है. डीसी ने खुदाई को लेकर अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए. उन्होंने कहा, कि इस योजना में प्राक्कलन और नियमों का पूरा ख्याल रखा जाना चाहिए. इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
इस तालाब का निर्माण कार्य अंग्रेजी हुकूमत के दौरान 18 वीं सदी में कैदियों द्वारा किया गया था. अंग्रेजों ने सजा के तौर पर कैदियों से तालाब खुदवाने का काम कराया था. यह तालाब अपने आप में ऐतिहासिक महत्व रखता है.