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लोहरदगा में मॉब लिंचिंग ने ली एक जान, ग्रामीणों ने की पत्थर से कूचकर एक की हत्या - अंधविश्वास

लोहरदगा में अंधविश्वास में ग्रामीणों ने 52 वर्षीय शख्स को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. हत्या के बाद शव को गांव के आंगनबाड़ी केंद्र के पास लाकर फेंक दिया. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

अंधविश्वास में हत्या
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Published : Sep 3, 2019, 11:32 AM IST

लोहरदगाः जिले के सेन्हा थाना अंतर्गत झालजमीरा गांव में अंधविश्वास में अंधी भीड़ ने एक 52 वर्षीय शख्स सहनई उरांव की हत्या कर दी. मामला मंगलवार को प्रकाश में आया है. जिसके बाद सेन्हा थाना पुलिस गांव पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुट गई है.

देखें पूरी खबर

ग्रामीणों ने कहा ओझागुणी करता था सहनई
जानकारी के मुताबिक झालजमीरा गांव के बिरसा उरांव की मौत हो गई थी. जिसको देखने गांव के अन्य ग्रामीण उसे देखने पहुंचे, लेकिन बिरसा का छोटा भाई सहनई उसे देखने नहीं गया. ग्रामीणों के अनुसार सहनई उरांव ओझागुणी करता था. ग्रामीणों का कहना था कि बड़े भाई बिरसा उरांव की मौत के बाद लोग उसे बुलाने गए लेकिन वो भाई को देखने नहीं आया.

ये भी पढ़ें- जेपीसीसी के नए अध्यक्ष की पहली बैठक, जिलाध्यक्षों के साथ की झारखंड विधानसभा चुनाव पर चर्चा

शव को आंगनबाड़ी केंद्र के पास लाकर फेंका
वहीं, ग्रामीणों ने सहनई पर ओझा-गुणी का आरोप लगाते हुए उसकी पिटाई करनी शुरु कर दी. ग्रामीणों ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर उसे अधमरा कर दिया और पत्थर से कुचकर सहनई की हत्या कर दी. शव को झालजमीरा गांव के बड़का टोली आंगनबाड़ी केंद्र के पास लाकर फेंक दिया. जिसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्मार्टम के लिए भेज दिया. इधर, मृतक के बेटे के बयान पर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है.

लोहरदगाः जिले के सेन्हा थाना अंतर्गत झालजमीरा गांव में अंधविश्वास में अंधी भीड़ ने एक 52 वर्षीय शख्स सहनई उरांव की हत्या कर दी. मामला मंगलवार को प्रकाश में आया है. जिसके बाद सेन्हा थाना पुलिस गांव पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुट गई है.

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ग्रामीणों ने कहा ओझागुणी करता था सहनई
जानकारी के मुताबिक झालजमीरा गांव के बिरसा उरांव की मौत हो गई थी. जिसको देखने गांव के अन्य ग्रामीण उसे देखने पहुंचे, लेकिन बिरसा का छोटा भाई सहनई उसे देखने नहीं गया. ग्रामीणों के अनुसार सहनई उरांव ओझागुणी करता था. ग्रामीणों का कहना था कि बड़े भाई बिरसा उरांव की मौत के बाद लोग उसे बुलाने गए लेकिन वो भाई को देखने नहीं आया.

ये भी पढ़ें- जेपीसीसी के नए अध्यक्ष की पहली बैठक, जिलाध्यक्षों के साथ की झारखंड विधानसभा चुनाव पर चर्चा

शव को आंगनबाड़ी केंद्र के पास लाकर फेंका
वहीं, ग्रामीणों ने सहनई पर ओझा-गुणी का आरोप लगाते हुए उसकी पिटाई करनी शुरु कर दी. ग्रामीणों ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर उसे अधमरा कर दिया और पत्थर से कुचकर सहनई की हत्या कर दी. शव को झालजमीरा गांव के बड़का टोली आंगनबाड़ी केंद्र के पास लाकर फेंक दिया. जिसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्मार्टम के लिए भेज दिया. इधर, मृतक के बेटे के बयान पर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है.

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स्टोरी- अंधविश्वास में अंधी भीड़ ने अधेड़ को पीट-पीटकर मार डाला
बाइट- यशमुनी उरांव, स्थानीय पंचायत की मुखिया
बाइट- एतवा उरांव, मृतक का पुत्र
एंकर- लोहरदगा जिले के सेन्हा थाना अंतर्गत झालज़मीरा गांव में अंधविश्वास में अंधी भीड़ ने अधेड़ सहनई उरांव (52 वर्ष) की हत्या कर दी. मामला मंगलवार को प्रकाश में आया है. जिसके बाद सेन्हा थाना पुलिस ने गांव पहुंच कर शव को क़ब्ज़े में लेकर मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.

इंट्रो- बताया जाता है कि झालज़मीरा गांव के सुकरा उरांव के पुत्र बिरसा उरांव की मौत हो गई थी. जिसके बाद गांव के सभी लोग उसे पानी देने उसके घर गए थे. बिरसा का छोटा भाई सहनई उरांव नहीं गया. ग्रामीणों का कहना है कि सुकरा उरांव का छोटा पुत्र सहनई उरांव ओझामती करता था, जिसके कारण बड़े भाई बिरसा उरांव की मौत के बाद लोगों के बुलाने पर भी वह नहीं गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने डायन-बिसाही का आरोप लगाते हुए सहनई उरांव की पिटाई शुरू कर दी. ग्रामीणों ने लाठी-डंडा से पीट-पीटकर व पत्थर से कुचकर हत्या कर दिया. फिर शव को झालज़मीरा गांव के बड़का टोली आंगनबाड़ी केंद्र के पास लाकर फेंक दिया. जिसकी सूचना मिलने के बाद मौक़े पर झालज़मीरा गांव पहुंची. पुलिस ने शव को क़ब्ज़े में लेकर मृतक के बेटे के बयान पर अग्रतर कार्रवाई में जुट गई है.Body:बताया जाता है कि झालज़मीरा गांव के सुकरा उरांव के पुत्र बिरसा उरांव की मौत हो गई थी. जिसके बाद गांव के सभी लोग उसे पानी देने उसके घर गए थे. बिरसा का छोटा भाई सहनई उरांव नहीं गया. ग्रामीणों का कहना है कि सुकरा उरांव का छोटा पुत्र सहनई उरांव ओझामती करता था, जिसके कारण बड़े भाई बिरसा उरांव की मौत के बाद लोगों के बुलाने पर भी वह नहीं गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने डायन-बिसाही का आरोप लगाते हुए सहनई उरांव की पिटाई शुरू कर दी. ग्रामीणों ने लाठी-डंडा से पीट-पीटकर व पत्थर से कुचकर हत्या कर दिया. फिर शव को झालज़मीरा गांव के बड़का टोली आंगनबाड़ी केंद्र के पास लाकर फेंक दिया. जिसकी सूचना मिलने के बाद मौक़े पर झालज़मीरा गांव पहुंची. पुलिस ने शव को क़ब्ज़े में लेकर मृतक के बेटे के बयान पर अग्रतर कार्रवाई में जुट गई है.Conclusion:अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर ग्रामीणों की भीड़ ने एक अधेड़ को पीट-पीटकर मार डाला है.
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