लोहरदगा: नक्सलियों को उनकी भाषा में ही पुलिस जवाब दे रही. जिले में पोस्टर चिपकाकर पुलिस, ठेकेदार और व्यवसायियों को धमकी देने वाले नक्सलियों को अब पोस्टर के माध्यम से ही जवाब दिया जा रहा है. पुलिस भी पोस्टर के माध्यम से नक्सलियों की पोल खोल रही है.
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पोस्टर के माध्यम से लोगों को जानकारी दी जा रही है कि किस नक्सली पर कितना इनाम है. कौन नक्सली कितना खतरनाक है. नक्सली संगठन किस तरह से विकास कार्य को बाधित किया है. इसके साथ ही नक्सलियों से संबंधित सूचना देने वाले लोगों की सख्त गोपनीयता रखी जा रही है.
गांव-गांव में लगाया जा रहा पोस्टर
नक्सलियों के वर्चस्व को खत्म करने को लेकर पुलिस लगातार अभियान चला रही है. खासकर पहाड़ों और जंगली इलाकों में अभियान चलाया जा रहा है. इसके साथ ही गांव-गांव में घूम-घूमकर पुलिस पोस्टर चिपका रही है, ताकि ग्रामीण लोग जागरूक और सचेत हो सके. इसके साथ ही पुलिस के वरीय अधिकारी भी ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर लोगों को जागरूक करने में जुटे हैं.
किस नक्सली पर कितना इनाम
लोहरदगा पुलिस के लिए सबसे बड़ी परेशानी नक्सली भाकपा माओवादी का रीजनल कमांडर रविंद्र गंझू है. रविंद्र पर 15 लाख रुपये का इनाम है. इसके अलावा भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर बलराम उरांव है, जिसपर 10 लाख रुपये का इनाम है. जोनल कमांडर मुनेश्वर गंझू पर 10 लाख रुपए का इनाम रखा गया है. वहीं जोनल कमांडर चंदन सिंह खेरवार, सब जोनल कमांडर अघनु गंझू, सब जोनल कमांडर बालक गंझू, सब जोनल कमांडर शीतल मोची, चंद्रभान पाहन आदि पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम रखा गया है. हालांकि, एरिया कमांडर अनिल तुरी पर कोई भी इनाम घोषित नहीं है. इसके अलावा गोविंद बीरीजिया, काजेश गंझू, दिनेश नगेसिया, जतरु खेरवार पर भी इनाम घोषित है. इन इनामी नक्सलियों के साथ साथ उदय उरांव, मारकुश नगेसिया, विष्णु दयाल नगेसिया और सूरज नाथ खेरवार को पुलिस सख्ती से तलाश कर रही है.