लोहरदगा: राजधानी रांची से 13 मजदूर पैदल ही 200 किमी की सफर पर नेतरहाट के लिए रवाना हो गए. मजदूर रांची से चलते हुए लोहरदगा पहुंच गए थे. अब यहां से उन्हें 100 किलोमिटर से ज्यादा का सफर तय करते हुए नेतरहाट-महुआडांड़ पहुंचना था, लेकिन लोहरदगा में ही पुलिस की नजर इन पर पड़ गई. पुलिस ने सभी को रोक कर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से जांच की कार्रवाई करायी है.
जंगली और पहाड़ी रास्तों से जाने की थी योजना
सभी मजदूर लातेहार जिले के सुदूरवर्ती नेतरहाट-महुआडांड़ के रहने वाले हैं. इनका पैदल लोहरदगा तक पहुंचने के बाद पैदल ही जंगली और पहाड़ी रास्ता तय करते हुए महुआडांड़ तक जाने की योजना थी. सभी 13 मजदूर रांची में मजदूरी कर अपना भरण-पोषण कर रहे थे. लॉकडाउन की घोषणा के बाद जब काम बंद हो गया तो इनके समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई. ऐसे में वापस अपने गांव जाने के लिए सभी निकले थे और पैदल ही अपने गांव की ओर चल पड़े थे.
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2 दिनों से यह रुकते-रुकते लोहरदगा पहुंचे थे. मामले की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने सभी 13 मजदूरों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए गए क्वॉरेंटाइन वार्ड में रखा है. सभी की जांच की गई है. मजदूरों की निगरानी की जा रही है. साथ ही इनके लिए भोजन सहित अन्य व्यवस्थाएं भी की गई हैं. पर बड़ा सवाल यह है कि मजदूर कहीं अपने गांव लौटने के चक्कर में दूसरों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ तो नहीं कर रहे.