लोहरदगा: 2020 में सांप्रदायिक हिंसा की आग में झुलस चुके इस जिले में लगभग दो साल के बाद पहली बार विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के द्वारा शौर्य पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान शहर में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हो इसके लिए स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन दोनों हाई अलर्ट पर रही.
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दो साल बाद शहर में निकली शोभा यात्रा
लोहरदगा में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद द्वारा शौर्य पथ संचलन का आयोजन किया गया. शहरी क्षेत्र में आयोजित यह कार्यक्रम लोहरदगा शहर में पिछले दो साल के दौरान पहली शोभायात्रा या जुलूस का कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम को लेकर पुलिस प्रशासन की टीम अलर्ट पर थी. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल के जवानों को और दंडाधिकारियों को तैनात किया गया था. पुलिस प्रशासन के वरीय पदाधिकारी कंट्रोल रूम में नजर बनाए हुए थे. खुफिया विभाग की टीम भी शहर में सक्रिय थी. इस जुलूस को लेकर शहर में एक खौफ को वातावरण देखा जा रहा था. हालांकि तमाम अंदेशों के बावजूद जिला प्रशासन की सक्रियता से लोहरदगा में कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई.
ललित नारायण स्टेडियम से शुरू हुआ कार्यक्रम
ललित नारायण स्टेडियम से शुरू हुआ ये कार्यक्रम शहर के अलग-अलग क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए वापस ललित नारायण स्टेडियम में आकर संपन्न हो गया. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि लगभग दो साल के बाद आयोजित इस कार्यक्रम के माध्यम से अब लोहरदगा में एक बार फिर जिंदगी के नए पथ पर चलने को तैयार है.
23 जनवरी 2020 को हुआ था दंगा
बता दें कि लोहरदगा में 23 जनवरी 2020 को सीएए के समर्थन में निकले रैली पर पत्थरबाजी की घटना के बाद दंगा भड़क गया था. शहर के कई इलाकों में आगजनी तोड़फोड़ और बवाल की घटनाएं हुई थी. कई वाहनों को भी आग लगा दिया गया था. जिसके बाद जिला प्रशासन ने शहर में किसी तरह के प्रदर्शन और शोभायात्रा पर रोक लगा दिया था. लगभग 2 साल के बाद जिले में आज फिर शोभा यात्रा निकालने की मंजूरी प्रशासन के द्वारा दी गई थी.