लातेहारः भूमि संबंधित अपनी मांगों को लेकर रेलवे ट्रैक को जाम कर आंदोलन कर रहे टाना भगत 24 घंटे के बाद भी ट्रैक पर जमे हुए हैं. टाना भगतों ने डीसी और विधायक की बात मानने से साफ इंकार कर दिया और कहा कि उनका आंदोलन तब ही खत्म होगा, जब उनकी मांगों को मान कर राज्यपाल का मुहर लगा आदेश उन्हें मिलेगा.
क्या है मामला
दरअसल भूमि लगान को लेकर राज्य के पांच जिलों के टाना भगत आंदोलन पर उतरे हुए हैं. वे लातेहार के टोरी रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर धरना पर बैठे हुए हैं. आंदोलन में लातेहार, लोहरदगा, पलामू, गुमला, रांची, हजारीबाग समेत कई जिलों के सैकड़ों टाना भगत शामिल हैं. बुधवार शाम 5:15 बजे से ही सीआईसी सेक्शन बरकाकाना-बरवाडीह रेलखंड अंतर्गत टोरी जंक्शन के पूर्वी केबिन के समीप रेलवे ट्रैक को जाम कर रखा है. हलांकि रेलवे के अधिकारी, जिला प्रशासन के अधिकारी कई बार वार्ता का प्रयास कर चुके, लेकिन वार्ता का हर प्रयास विफल साबित हुआ. गुरुवार की शाम डीसी जिशान कमर, एसपी प्रशांत आनंद, विधायक बैद्यनाथ राम आदि लोगों ने टाना भगतों को मनाने का प्रयास किया. पर वे किसी की बात मामने से इंकार कर दिए.
और पढ़ें- लातेहार में टाना भगतों का आंदोलन, 15 घंटों से रेलवे ट्रैक को कर रखा है जाम, रेल यातायात प्रभावित
रेलवे को करोड़ों का नुकसान
टाना भगतों के आंदोलन के कारण बरकाकाना-बरवाडीह रेलखंड पर परिचालन ठप है. लगभग 24 घंटे रेल परिचालन बाधित होने से रेलवे को करोड़ों का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है. बताया गया कि रेलवे को करीब 50 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है.