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बाघिन की मौत पर मचने लगा बवाल, सरयू राय ने उठाए सवाल, पीटीआर ने दी सफाई

लातेहार में पिछले दिनों बाईसन के हमले से बाघिन की मौत को लेकर वन विभाग पर कई सवाल खड़े हुए है. विधायक सरयू राय ने मामले को संदिग्ध बताते हुए सरकार से जांच कराने की मांग की है.

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Published : Feb 25, 2020, 4:38 PM IST

Updated : Feb 25, 2020, 4:45 PM IST

death of tigress in latehar
बाघिन की मौत पर बवाल

लातेहारः 15 फरवरी को बेतला नेशनल पार्क में बाघिन की मौत का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है. वन विभाग की टीम ने बाघिन की मौत की वजह बाईसन के झुंड के हमले को बताया था. वहीं राज्य के पूर्व मंत्री और जमशेदपुर पूर्व से विधायक सरयू राय ने पूरे मामले को संदिग्ध बताते हुए मामले की जांच कराने की मांग राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की है.

देखें पूरी खबर

मामले में विधायक सरयू राय ने वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए विभाग पर कई आरोप लगाए हैं. वहीं वन विभाग के निर्देशक वाइके दास ने मामले में पीसी कर विधायक सरयू राय के आरोप को गलत बताया है. निदेशक ने कहा कि मामले की जांच एनटीसीए के प्रतिनिधि डॉ डीके श्रीवास्तव के द्वारा नहीं कराया गया, क्योंकि डॉ डीके श्रीवास्तव पर करोड़ों रुपए का गबन का आरोप है. ऐसे में उनसे जांच कराना गलत है.

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उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री ने जो भी आरोप लगाया हैं बाघिन के शव को जलाने की प्रक्रिया पूरी तरह से नियम संगत की गई है. इसमें कहीं से भी कोई अनदेखी नहीं की गई. वहीं पीटीआर निदेशक वाइके दास ने कहा कि पूरे घटनाक्रम में एनटीसीए के नियम का पालन किया गया है. जिसमें कहीं से कोई कोताही नहीं बरती गई है.

लातेहारः 15 फरवरी को बेतला नेशनल पार्क में बाघिन की मौत का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है. वन विभाग की टीम ने बाघिन की मौत की वजह बाईसन के झुंड के हमले को बताया था. वहीं राज्य के पूर्व मंत्री और जमशेदपुर पूर्व से विधायक सरयू राय ने पूरे मामले को संदिग्ध बताते हुए मामले की जांच कराने की मांग राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की है.

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मामले में विधायक सरयू राय ने वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए विभाग पर कई आरोप लगाए हैं. वहीं वन विभाग के निर्देशक वाइके दास ने मामले में पीसी कर विधायक सरयू राय के आरोप को गलत बताया है. निदेशक ने कहा कि मामले की जांच एनटीसीए के प्रतिनिधि डॉ डीके श्रीवास्तव के द्वारा नहीं कराया गया, क्योंकि डॉ डीके श्रीवास्तव पर करोड़ों रुपए का गबन का आरोप है. ऐसे में उनसे जांच कराना गलत है.

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उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री ने जो भी आरोप लगाया हैं बाघिन के शव को जलाने की प्रक्रिया पूरी तरह से नियम संगत की गई है. इसमें कहीं से भी कोई अनदेखी नहीं की गई. वहीं पीटीआर निदेशक वाइके दास ने कहा कि पूरे घटनाक्रम में एनटीसीए के नियम का पालन किया गया है. जिसमें कहीं से कोई कोताही नहीं बरती गई है.

Last Updated : Feb 25, 2020, 4:45 PM IST
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