लातेहारः छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों के द्वारा की गई हिंसक कार्रवाई के बाद लातेहार पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में है. नक्सलियों के खिलाफ अभियान और तेज कर दिया है. लातेहार और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस विशेष नजर रखी हुई है. इस इलाके में सूचना तंत्र को भी पूरी तरह सक्रिय कर दिया गया है. इस पूरे अभियान की मॉनिटरिंग लातेहार एसपी अंजनी अंजन खुद कर रहे हैं.
दरअसल छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट किया था, जिसकी चपेट में आने से 10 जवान शहीद हो गए. वहीं एक नागरिक की भी इस घटना में मौत हो गई थी. घटना के बाद छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान आरंभ किया गया है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि नक्सली भाग कर झारखंड की ओर आ सकते हैं. इस संभावना को देखते हुए लातेहार जिले की पुलिस और सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ सीमावर्ती इलाके में व्यापक मोर्चाबंदी कर रखी है.
सीमावर्ती इलाकों में सूचना तंत्र को पूरी तरह सक्रिय कर दिया गया है और इन इलाकों की पल-पल की जानकारी पुलिस के अधिकारियों के द्वारा ली जा रही है. इधर इस संबंध में एसपी अंजनी अंजन ने कहा कि छत्तीसगढ़ की घटना के बाद लातेहार पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में है. सभी इलाकों में सूचना तंत्र को पूरी तरह सक्रिय कर दिया गया है ताकि नक्सलियों की प्रत्येक गतिविधि की जानकारी पुलिस को मिल सके. उन्होंने कहा कि पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेजी से चला रही है.
बूढ़ा पहाड़ का इलाका जोड़ता है छत्तीसगढ़ कोः ज्ञात हो कि बूढ़ा पहाड़ का इलाका झारखंड और छत्तीसगढ़ को जोड़ता है. बूढ़ा पहाड़ माओवादियों के लिए सबसे सेफ जोन समझा जाता था और यहां बड़े नक्सलियों का जमावड़ा लगा रहता था. परंतु झारखंड पुलिस और सुरक्षाबलों के द्वारा चलाए गए अभियान के बाद बूढ़ा पहाड़ से नक्सलियों को खदेड़ दिया गया है. इस घटना के बाद बौखलाए नक्सली अपने लिए नए ठिकाने की तलाश में जुटे हुए हैं. बूढ़ा पहाड़ से भागने के बाद नक्सली उन इलाकों को एक बार फिर से टारगेट करने का प्रयास कर रहे हैं, जहां पूर्व में उनकी तूती बोलती थी. दंतेवाड़ा का इलाका इन्हीं इलाकों में से एक था.
हालांकि इस इलाके में नक्सलियों के द्वारा किया गया विस्फोट और उसमें जवानों के शहीद होने के बाद पूरे इलाके में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रहा है. ऐसे में यह भी संभावना जताया जा रहा है कि नक्सली बूढ़ा पहाड़ के जंगलों का सहारा लेकर एक बार फिर से झारखंड के जंगलों में प्रवेश कर सकते हैं. इसी संभावना को देखते हुए पुलिस ने नक्सलियों को टारगेट करने की योजना भी बना रखा है.
तेज किया गया है अभियानः झारखंड और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित जंगलों में पुलिस और सुरक्षाबलों के द्वारा एंटी नक्सल अभियान तेज कर दिया गया है. पुलिस लगातार अपने संपर्क सूत्रों से भी जानकारी प्राप्त कर रही है. हालांकि अभी तक इन इलाकों में नक्सलियों की चहलकदमी नहीं जा रही है. इसके बाद भी पुलिस तमाम संभावनाओं को ध्यान में रखकर अपने अभियान को तेज कर दिया है.