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एक लाख रुपए के लिए पंजाब नेशनल बैंक मैनेजर ने बेच दिया ईमान, मृतक के खाते से निकाले लिए पैसे - Jharkhand news

पंजाब नेशनल बैंक के लातेहार ब्रांच में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इस मामले में बैंक मैनेजर ही आरोपी है. कहा जा रहा है कि बैंक मैनेजर की मिलीभगत के एक मृतक के खाते से पैसे निकाल लिए गए.

Manager of Latehar Punjab National Bank
Manager of Latehar Punjab National Bank
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Published : Jul 27, 2022, 6:47 PM IST

लातेहार: पंजाब नेशनल बैंक में फ्रॉड मामले का खुलासा करते हुए लातेहार पुलिस ने आरोपी पंजाब नेशनल बैंक के शाखा प्रबंधक अलमन खाखा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोप है कि बैंक के शाखा प्रबंधक ने कुछ लोगों के साथ मिलीभगत कर एक मृतक के खाते से एक लाख रुपए की निकासी कर ली थी.

ये भी पढ़ें: बैंक ऑफ इंडिया की सिमरिया ब्रांच में 50 लाख का घोटाला, मैनेजर की आईडी से कैशियर ने उड़ाए, प्रबंधक समेत तीन पर गिरी गाज

जानकारी के अनुसार, 22 मई 2019 को पंजाब नेशनल बैंक लातेहार परिसर में सदर थाना क्षेत्र के ओदान गांव निवासी अनवर सिंह की मृत्यु हो गयी थी. घर वालों ने उसके खाते की जांच की तो पता चला कि मृतक के खाते से कुल 1 लाख रुपए की अवैध निकासी की गई थी. तब मृतक के पिता सुगरन सिंह के आवेदन पर लातेहार थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए लातेहार पुलिस ने वैज्ञानिक पद्धति से मामले की जांच शुरू की.

जांच में पता चला कि मृतक के खाते से निकाली गयी राशि चतरा और बिहार के बांका में एक व्यक्ति के खाते में गए हैं. खाताधारकों से पूछताछ करने और पंजाब नेशनल बैंक लातेहार के अवलोकन से जानकारी मिली कि इस घटना के साजिशकर्ता रितेश कुमार और चतरा निवासी संदीप रजक के अलावा बैंक के अधिकारी भी हैं. पूरी तरह से जांच की गई तो पता चला है कि पंजाब नेशनल बैंक लातेहार के तत्कालीन बैंक अधिकारी अलमन खाखा और विजय कुमार अक्सर बैंक में भीड़ हो जाने के बाद अपने CSP संचालक रितेश कुमार महलका को बैंक का कार्य करने के लिए बुलाते थे.

22 मई को भी अनवर सिंह की मृत्य होने के पश्चात रितेश कुमार महलका ने बैंक अधिकारी अलमन खाखा और विजय कुजूर के साथ मिलकर मृतक अनवर सिंह के खाता में पहले से निबंधित मोबाइल नंबर बदलकर संदीप रजक का मोबाइल डाल दिया. इसके बाद तुरंत मृतक के खाते से सारी राशि निकाल ली गयी. खाते से सारी राशि निकलने के बाद तुरंत उस खाते में पुराना नंबर निबंधित कर दिया गया. जांच में मामला खुलने के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

लातेहार पुलिस इंस्पेक्टर अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि इसी मामले में तत्कालीन बैंक अधिकारी अलमन खाखा को गढ़वा पंजाब नेशनल बैंक से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि मामले के आरोपी रितेश कुमार महालका पूर्व में ही कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. वर्तमान में वह जमानत पर बाहर है.

लातेहार: पंजाब नेशनल बैंक में फ्रॉड मामले का खुलासा करते हुए लातेहार पुलिस ने आरोपी पंजाब नेशनल बैंक के शाखा प्रबंधक अलमन खाखा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोप है कि बैंक के शाखा प्रबंधक ने कुछ लोगों के साथ मिलीभगत कर एक मृतक के खाते से एक लाख रुपए की निकासी कर ली थी.

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जानकारी के अनुसार, 22 मई 2019 को पंजाब नेशनल बैंक लातेहार परिसर में सदर थाना क्षेत्र के ओदान गांव निवासी अनवर सिंह की मृत्यु हो गयी थी. घर वालों ने उसके खाते की जांच की तो पता चला कि मृतक के खाते से कुल 1 लाख रुपए की अवैध निकासी की गई थी. तब मृतक के पिता सुगरन सिंह के आवेदन पर लातेहार थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए लातेहार पुलिस ने वैज्ञानिक पद्धति से मामले की जांच शुरू की.

जांच में पता चला कि मृतक के खाते से निकाली गयी राशि चतरा और बिहार के बांका में एक व्यक्ति के खाते में गए हैं. खाताधारकों से पूछताछ करने और पंजाब नेशनल बैंक लातेहार के अवलोकन से जानकारी मिली कि इस घटना के साजिशकर्ता रितेश कुमार और चतरा निवासी संदीप रजक के अलावा बैंक के अधिकारी भी हैं. पूरी तरह से जांच की गई तो पता चला है कि पंजाब नेशनल बैंक लातेहार के तत्कालीन बैंक अधिकारी अलमन खाखा और विजय कुमार अक्सर बैंक में भीड़ हो जाने के बाद अपने CSP संचालक रितेश कुमार महलका को बैंक का कार्य करने के लिए बुलाते थे.

22 मई को भी अनवर सिंह की मृत्य होने के पश्चात रितेश कुमार महलका ने बैंक अधिकारी अलमन खाखा और विजय कुजूर के साथ मिलकर मृतक अनवर सिंह के खाता में पहले से निबंधित मोबाइल नंबर बदलकर संदीप रजक का मोबाइल डाल दिया. इसके बाद तुरंत मृतक के खाते से सारी राशि निकाल ली गयी. खाते से सारी राशि निकलने के बाद तुरंत उस खाते में पुराना नंबर निबंधित कर दिया गया. जांच में मामला खुलने के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

लातेहार पुलिस इंस्पेक्टर अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि इसी मामले में तत्कालीन बैंक अधिकारी अलमन खाखा को गढ़वा पंजाब नेशनल बैंक से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि मामले के आरोपी रितेश कुमार महालका पूर्व में ही कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. वर्तमान में वह जमानत पर बाहर है.

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