लातेहार: जिले के हेरहंज थाना क्षेत्र के हुंबू गांव में रविवार की देर रात जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया. जंगली हाथियों ने जहां किसानों के लगाए गए फसल को नष्ट कर दिया, वहीं एक ग्रामीण के घर को भी ध्वस्त कर दिया है. यह तो गनीमत रही कि घर के लोगों ने समय रहते घर से भाग कर अपनी जान बचा ली, नहीं तो एक बड़ी घटना घट जाती.
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दरअसल हेरहंज थाना क्षेत्र के हुंबू गांव के निकट पिछले कई दिनों से जंगली हाथियों का आतंक जारी है. रविवार (22 अक्टूबर) की देर रात एक बार फिर जंगली हाथियों का झुंड गांव में पहुंच गया और फसल को नुकसान पहुंचाया. इसी बीच हाथियों के झुंड ने ग्रामीणों के घर पर भी हमला कर क्षतिग्रस्त कर दिया. हाथियों के हमले से सधनु भुइयां का घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया. जबकि ग्रामीण निरोज भुइयां का घर भी क्षतिग्रस्त हो गया.
बाल बाल बचे ग्रामीण: इधर घटना के संबंध में ग्रामीण सधनु भुइयां ने बताया कि रात को उनके दो बेटे अजय और अजीत के अलावे पूरा परिवार घर में सो रहा था. इसी दौरान अचानक हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज आई. हाथी उनके घर के एकदम पास में आकर चिंघाड़ने लगे और घर को ध्वस्त करने लगे. स्थिति को देखकर सभी लोग घर के दूसरी ओर भाग गए. इसी बीच हाथियों ने घर के पीछे के हिस्से को ध्वस्त कर दिया और घर में रखे अनाज खा गए.
जिस समय हाथियों के द्वारा घर को ध्वस्त किया जा रहा था, उस समय पूरा परिवार दहशत में था. लगभग आधे घंटे तक आतंक मचाने के बाद हाथी वहां से चले गए. उन्होंने बताया कि यदि समय रहते घर से बाहर नहीं निकल पाते तो स्थिति और भी गंभीर हो जाती. इधर हाथियों के झुंड ने एक अन्य ग्रामीण निरोज भुइयां के घर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.
हाथियों से बचाव और मुआवजे की मांग: इधर स्थानीय समाजसेवी मोहम्मद अफसर खान ने बताया कि सधनु भुइयां और उनका परिवार काफी गरीब है. ईट भट्ठे में काम कर किसी प्रकार पैसे इकट्ठा कर मिट्टी का घर बनाया था. परंतु जंगली हाथियों ने उस मकान को भी ध्वस्त कर दिया. अब इस परिवार के पास सिर छुपाने की जगह भी नहीं बची है. उन्होंने कहा कि प्रशासन और वन विभाग तत्काल पीड़ित परिवार को मुआवजा और राहत उपलब्ध कराए.
वन विभाग को दे दी गई सूचना: मोहम्मद अफसर खान ने कहा कि जंगली हाथियों का आतंक पिछले कई दिनों से इस इलाके में चरम पर है. इसके बावजूद हाथियों को भगाने के लिए अभी तक कोई सकारात्मक प्रयास नहीं किया जा रहा है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश भी देखा जा रहा है. स्थिति इतनी विकट हो गई है कि यहां के लोगों को गांव छोड़कर भागने की नौबत बन गई है. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन इस पर गंभीरता पूर्वक कार्रवाई नहीं करेगा तो ग्रामीण आंदोलन करने को विवश हो जाएंगे. इधर हाथियों के द्वारा मचाए गए आतंक की सूचना वन विभाग को दे दी गई है.