कोडरमा: एक आम धारणा बनकर रह गयी है कि सरकारी जगहों पर अव्यवस्थाएं होंगी, अनियमितता देखने को मिलेगा और ना किसी प्रकार की सुविधाएं ही मिलेंगी. अगर सरकारी अस्पताल की बात करें तो नजरों के सामने पुरानी जर्जर भवन, गंदगी और भीड़ की तस्वीर उभरकर सामने आ जाती है. लेकिन इन पुराने विचार और धारणाओं को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसमें कोडरमा सदर अस्पताल ने कामयाबी हासिल की है. इस अस्पताल ने स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने में एक आदर्श प्रस्तुत किया है.
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जिला का सदर अस्पताल इन दिनों चर्चा में है. चर्चा अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर नहीं है, बल्कि सदर अस्पताल में लोगों को मिल रही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर है. इसकी चर्चा शहर और गांव से लेकर विधानसभा तक में हो रही है. कोडरमा का सदर अस्पताल, इस सदर अस्पताल के बारे में आपको कुछ दिखाएं या बताएं, उससे पहले झारखंड विधानसभा में 2 मार्च को कोडरमा सदर अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर देवघर के विधायक नारायण दास ने सदन में कहा कि वहां सभी सुविधाएं हैं, सभी को वहां की सेवा और सुविधाओं का अवलोकन करना चाहिए, जिससे वहां के बारे जानने का अवसर सबको मिले.
सदर अस्पताल आज अपनी सुविधाओं को लेकर चर्चा में है. देवघर के विधायक से लेकर कोडरमा और आसपास के लोगों के जुबान पर सदर अस्पताल की चर्चा है. इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचने वाले लोगों का मानना है कि जो व्यवस्था यहां के सरकारी अस्पताल में मिल रहा है, वह हजारों लाखों खर्च करने के बाद निजी अस्पतालों में नहीं मिल पाएगी और यह बात यहां के लोग दावे के साथ कह रहे हैं.
प्रतिदिन आते हैं 700-800 मरीजः कोडरमा के सदर अस्पताल में हर वो सुविधा लोगों को मिल रही है, जो किसी निजी सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में लोगों को मिलती है. जांच से लेकर इलाज और ऑपरेशन की हर सुविधा सदर अस्पताल में लोगों को मिल रही है. कुछ साल पहले तक जहां सदर अस्पताल में ओपीडी में 100 से डेढ़ सौ मरीज आते थे. वहीं अब कोडरमा समेत गिरिडीह, हजारीबाग, बिहार के नवादा और रजौली के भी मरीज इलाज के लिए यहां पहुंचते हैं और प्रतिदिन 700 से 800 मरीजों का इलाज कोडरमा सदर अस्पताल में किया जाता है. कोडरमा डीसी आदित्य रंजन भी मानते हैं कि ओपीडी में बढ़ रही भीड़ सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रति लोगों के विश्वास को व्यक्त करने के लिए काफी है.
कोडरमा का सदर अस्पताल आज पूरे राज्य में एक मॉडल की तरह सामने आया है. विधानसभा में कोडरमा सदर अस्पताल की हुई चर्चा को लेकर कोडरमा सिविल सर्जन उत्साहित हैं. सिविल सर्जन का कहना है कि आने वाले समय में और भी कई सुविधाएं जिला के सदर अस्पताल में बहाल की जाएगी.
अस्पताल में मौजूद सुविधाएंः कोडरमा के सदर अस्पताल में अत्याधुनिक लैब में जांच के साथ-साथ अल्ट्रासाउंड की दो यूनिट, सीटी स्कैन, एक्सरे, डायलिसिस, फिजियोथैरेपी की सुविधा लोगों को मिल रही है. इसके अलावा यहां का चाइल्ड केयर यूनिट भी देखने लायक है. डॉक्टरों की कमी के बावजूद सदर अस्पताल से लोग इलाज के बाद संतुष्ट होकर यहां से जा रहे हैं.