कोडरमा: जिले में कोरोना संक्रमण पर प्रशासन सभी प्रभावी कदम उठा रहा है. खासकर वैक्सीनेशन पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है. साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रशासन प्रयासरत है. इसी क्रम में उपायुक्त रमेश घोलप ने बताया कि जिले में अब तक 1,90,066 लोगों का सैंपल कलेक्शन किया गया है, जिसमें से 4450 पॉजिटिव पाए गए हैं. जिनमें से कुल 3681 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं और जिले में रिकवरी रेट 82 प्रतिशत है. जिले में वैक्सीनेशन तेजी से जारी है.
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उन्होंने वैक्सीनेशन को लेकर बताया कि 45 वर्ष से अधिक उम्र वालों को 51,210 तक लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी हैं, जबकि 1,82,097 का लक्ष्य प्राप्त है. इस प्रकार से देखा जाए तो राज्य में 22% वैक्सीनेशन हुआ है जिसमें से 28% सिर्फ कोडरमा जिले में हुआ है जोकि तीसरे स्थान पर है. फ्रंट लाइन वर्कर को दूसरे डोज की वैक्सीन देने में कोडरमा जिला राज्य में तीसरा स्थान पर है.
पॉजिविटी रेट 2.27 प्रतिशत
उन्होंने बताया कि जिले में कुल सक्रिय केस 769 है और पॉजिविटी रेट 2.27 प्रतिशत है. कोविड हेल्थ केयर महिला कॉलेज डोमचांच में 112 संक्रमितों का इलाज चल रहा है, बाकी होम आइसोलेशन में हैं. उन्होंने बताया कि पिछले महीने की 22 तारीख से 14 अप्रैल तक संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, यह स्थिति चिंताजनक है.
जिस प्रकार कोरोना वायरस की संख्या बढ़ रही है, जिला प्रशासन के साथ-साथ आमजनों को भी सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि एक दिन में 100 में से 31 लोगों के संक्रमित होने की मामले सामने आए हैं, जिससे यह पता चलता है कि कोरोना पॉजिटिवीटी की रफ्तार चिंताजनक है.
हम सभी को कोविड-19 का अनुपालन करना होगा ताकि हम कोरोना की इस चैन को तोड़ पाएं. उन्होंने बताया कि कोडरमा जिले में अनुमंडल धारा 144 लगी है, कोई भी अनावश्यक रूप से बाहर नहीं निकले.
सरकार के दिशानिर्देशों का लोग अनुपालन करें. उन्होंने बताया कि शादी समारोह इत्यादि में खुले जगहों में 200 लोगों के शामिल होने की अनुमति है जबकि बंद जगहों पर क्षमता के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आधे लोगो के शामिल होने की अनुमति दी गई है.
सिविल सोसाइटी सहयोग करे
उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं, परंतु आप अपने स्तर से अपने आपको ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित रखें. कोरोना को रोकने के लिए सिविल सोसाइटी को आगे आकर लोगों का सहयोग करना होगा. लोगों को जागरूक एवं उनका सहयोग कर वे अपना समाजिक दायित्व का निर्वहन कर सकते हैं.
यदि किसी के घर में कोई संक्रमित पाए जाते हैं तो वे उनके घर के अन्य सदस्य को भी जांच के लिए प्रेरित करें ताकि इस बीमारी के सीमित क्षेत्र में ही रोककर इसका चैन को तोड़ा जा सके.
उन्होंने कहा कि कोई भी सदस्य अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकले और समाज के लोगों को चाहिए कि ऐसे घरों में मूलभूत सामग्री पहुंचाने में अपना योगदान देकर उनकी मदद करें. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन में उस परिवार के निगरानी रखें और उनका सहयोग करते हुए उस परिवार का ख्याल रखें.
निजी अस्पतालों में भी अब होगा इलाज
कोडरमा जिले में सरकारी एवं गैर सरकारी ऑक्सीजन युक्त एवं बिना ऑक्सीजन वाले कुल मिलाकर 637 बेड है. उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों के बेड का चार्ज सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है.
निजी अस्पतालों होली फैमिली, आर्यन हॉस्पीटल, पीजी हॉस्पिटल, हेल्थ केयर, पार्वती क्लीनिक, सिद्धिविनायक अस्पताल एवं राज शिशु क्लीनिक में संक्रमितों के इलाज हेतु चयन किया गया है, जहां ऑक्सीजन युक्त एवं बिना ऑक्सीजन के बेड को आरक्षित किया गया है.
वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया जा रहा
उपायुक्त रमेश घोलप ने टेस्टिंग किट के बारे में बताया कि जिले में फिलहाल रेपिट एंटीजन के 5000, आरटी पीसीआर के 8000 एवं ट्रूनेट के 4900 किट उपलब्ध हैं.
जिला प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
जिला प्रशासन द्वारा कोरोना से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए जिला व प्रखंडस्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है और कन्ट्रोल नंबर जारी किये गए हैं.
- जिलास्तरीय कंट्रोल रूम नं. 9508287049
- प्रखंडस्तरीय कंट्रोल रूम
- डोमचांच-7004681076
- चंदवारा-9113322663
- जयनगर-6206043352
- मरकच्चो 9123157716
- कोडरमा-8225054372
- सतगावां-9955332318
इस मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ एबी प्रसाद, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी शिवनंदन बड़ाईक व अन्य मौजूद थे.