खूंटीः खूंटी में स्वास्थ्य सर्वे अभियान चल रहा है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता में कमी और अफवाहों के चलते स्वास्थ्यकर्मियों की चुनौती बढ़ गई है. इस अभियान के तहत जिले के उनुक्दा गांव में सर्वे कर रही सेविका व स्वास्थ्य सहिया पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया. इसको लेकर तोरपा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. ग्रामीणों का कहना है कि यहां के एक व्यक्ति को टीका के चलते उसकी मां के मरने का शक था, इसके चलते जब सर्वे टीम पहुंची तो उसने हमला कर दिया.
यह भी पढ़ेंःकोरोना वैक्सीनेशन टीम के साथ बदसलूकी करने वाला युवक गिरफ्तार, वैक्सीन नहीं देने की दी थी धमकी
बताया जा रहा है कि उनुक्दा गांव में सेविका और सहिया पहुंचीं, तो कुच ग्रामीण विरोध करने लगे. आरोप है कि इस दौरान गांव के राफेल कंडुलना ने स्वास्थ्यकर्मियों पर टांगी से हमला कर दिया. हालांकि, स्वास्थ्यकर्मी बाल-बाल बच गईं. स्थानीय लोगों ने बताया कि राफेल कंडुलना की मां ने कोरोना टीका लिया था और कुछ दिनों के बाद उसका निधन हो गया. इससे राफेल कंडुलना सर्वे का विरोध कर रहा था.
अफवाह के कारण ग्रामीण कर रहे विरोध
झारखंड के आदिवासी बहुल खूंटी जिले में वैक्सीन जागरुकता कार्यक्रम में लगे कर्मियों को पहले भी ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा है. अफवाह के कारण ग्रामीण कोरोना का इलाज कराने से बच रहे हैं. इसके साथ ही कोरोना टीका भी नहीं लगवा रहे हैं. कई ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना टीका लेने के बाद लोग बीमार पड़ जा रहे हैं.
आरोपी को गिरफ्तार करने को लेकर कार्रवाई
बता दें कि जरिया, हुसिर, फटका, उडिकेल सहित कई पंचायत में काम कर रहे कर्मियों को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ रहा है. इसके साथ ही गितिलपीढ़ी, महराओढ़ा, डिलीचुवां और सेतादिरी में सर्वे का काम कर रही सहिया बहमनी डोडराय व सेविका सेतेंग भेंगरा को भी सर्वे का काम बंद कर देना पड़ा है. बुधवार को तोरपा सीओ सचिदानंद वर्मा, थानेदार अरविंद कुमार दल बल के उनुक्दा गांव पहुंचे. सीओ ने बताया कि हमला करने वाला आरोपी फरार है, जिसे गिरफ्तार करने के लिए कार्रवाई की जा रही है.