खूंटी: दो दशक तक माओवाद का दंश झेलने वाले खूंटी जिले को अब नक्सल मुक्त करने की तैयारी चल रही है. इसके लिए पुलिसिया और सुरक्षाबलों की कार्रवाई तो चल ही रही है. लेकिन अब इसमें सरकार और प्रशासन सबसे बड़े हथियार का इस्तेमाल करने जा रही है. ये हथियार है शिक्षा का. नक्सलियों का वर्चस्व जितना बढ़ता गया, उतना ही क्षेत्र के बच्चे शिक्षा से दूर होते गए. लेकिन अब इस दिशा में कदम आगे बढ़ा है.
जिले का अड़की प्रखंड क्षेत्र के बीरबांकी इलाके में शिक्षा का माहौल देने की शुरुआत की गई है. इस क्षेत्र के जिस स्कूल को माओवादियों ने डायनामाइट से उड़ा दिया था, उसी जगह पर एकलव्य स्कूल का निर्माण होगा. रविवार को जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री सह खूंटी सांसद अर्जुन मुंडा ने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की आधारशिला रखी. साथ ही गम्हरिया में एक पीसीसी पथ का भी शिलान्यास किया. मौके पर तमाड़ विधायक विकास सिंह मुंडा, पद्मविभूषण से सम्मानित पूर्व सांसद कड़िया मुंडा, डीडीसी नीतीश कुमार सिंह, एसडीओ अनिकेत सचान समेत विभिन्न पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित थे.
12 एकड़ जमीन पर बनेगा एकलव्य आदर्श विद्यालय: जिले का अतिनक्सल प्रभावित अड़की प्रखंड के बीरबांकी में बनने वाला एकलव्य आदर्श विद्यालय 48 करोड़ की लागत से 12 एकड़ भूमि में बनेगा. जिसमें खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए तीन मैदान की भी व्यवस्था होगी. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि पूरे देश मे एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के माध्यम से 3 लाख 50 हजार विद्यार्थी एक साथ छठवीं कक्षा से अपनी पढ़ाई की शुरुआत करेंगे. यहां शिक्षक भी विद्यालय परिसर में बने आवास में ही रहेंगे. अगले 18 माह में बिरबांकी का विद्यालय बनकर तैयार हो जाएगा. जिसमें नॉलेज आधारित शिक्षा के माध्यम से यह क्षेत्र रोशन होगा. इस विद्यालय में शिक्षा की ऐसी व्यवस्था होगी कि यहां के विद्यार्थी मैट्रिक और प्लस टू तक आते आते जेईई, मेडिकल और अन्य उच्च स्तरीय प्रतियोगिता परिक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करेंगे.
50 वर्ष पहले देखा सपना अब हो रहा साकार-कड़िया मुंडा: पद्म विभूषण से सम्मानित पूर्व सांसद कड़िया मुंडा ने कहा कि बीरबांकी इलाके में 20-25 वर्ष पहले आना बहुत मुश्किल था. यहां के लोग शहरी गततिविधियों से दूर रहते हैं. लेकिन समय के साथ शिक्षा के क्षेत्र में विकास होने से इस क्षेत्र का समुचित विकास होगा. कड़िया मुंडा ने कहा 50 वर्ष पहले मैंने यहां आवासीय विद्यालय बनाने का सपना देखा था. आज वही सपना एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के नाम से सार्थक होता दिख रहा है.
वहीं कार्यक्रम में उपस्थित तमाड़ विधायक ने उपस्थित ग्रामीण जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा ही एकमात्र रास्ता है जो क्षेत्र के अंधकार को भी दूर करता है. यह क्षेत्र पिछले 20 सालों से नक्सली गतिविधियों के लिए जाना जाता रहा, इसलिए यहां विकास के कार्य अवरुद्ध रहे. अब परिस्थितियां बदली हैं. अब सबके सहयोग से विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा. शिक्षा के विकास से यहां के स्थानीय जनजातीय बच्चे समाज और देश का नाम रोशन करेंगे.