खूंटीः अवैध अफीम और गांजा की खेती करने वाले किसानों के खिलाफ खूंटी पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की है. एनडीपीएस एक्ट में फरार चल रहे 10 किसानों को गिरफ्तार किया है. जिसमें ठाकुर मोहन मुंडा (पिता स्वर्गीय रुधन मुंडा), बोयार मुंडा (पिता स्वर्गीय बहादुर मुंडा), मंडा मुंडा (पिता दुबराज मुंडा), रथ मुंडा (पिता स्वर्गीय सोमा मुंडा), महाबीर मुंडा (पिता रामसाय मुंडा), राधामोहन मुंडा (पिता गुलाब मुंडा), डोमा मुंडा (पिता गुलाब मुंडा), गंदल मुंडा (पिता स्वर्गीय मनोहर मुंडा), बुधनलाल मुंडा (पिता स्वर्गीय गुलाब मुंडा) और रामजीवन मुंडा (पिता स्वर्गीय डोमा मुंडा) शामिल है.
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गुरुवार को अभियान के दौरान सभी फरार किसान डोरिया गांव से ही पकड़े गए. गिरफ्तार किसानों ने अपनी स्वीकृति बयान में बताया कि इन लोगों के द्वारा वृहद पैमाने पर अफीम और गांजा की फसल लगाई गयी थी और वर्तमान में भी इन्होंने इनकी खेती लगाई गयी है. फिलहाल गिरफ्तार किसानों से पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. एसपी आशुतोष शेखर ने एक प्रेस रिलीज जारी कर गिरफ्तारी का खुलासा किया है.
उन्होंने बताया कि 11 नवंबर को अड़की पुलिस ने 14 नामजद किसानों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कांड दर्ज किया था. उसके बाद से सभी अफीम की फसल उगाने वाले किसान फरार चल रहे थे. लेकिन इस अभियान के दौरान सभी किसानों की गिरफ्तारी हुई है जो खूंटी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने बताया कि 2019 में अड़की पुलिस अफीम विनष्टीकरण अभियान में निकली थी लेकिन गांजा की खेती होने की जानकारी स्थल पर हुआ उसके बाद सभी फसलों को विनष्ट कर दिया गया. जिसमें अफीम और गांजा की खेती करने वाले किसानों को चिन्हित कर एफआईआर दर्ज किया गया था, उसके बाद से सभी फरार चल रहे थे.
अफीम और गांजा की खेती करने वाले 10 आदिवासी किसान गिरफ्तार हुए हैं. ये मामला 11 नवंबर 2019 का है, जब गुप्त सूचना पर अड़की पुलिस डोरिया गांव के जंगल में अफीम विनष्टीकरण के लिए निकली थी. जहां वृहद पैमाने पर अफीम और गांजा की फसल को नष्ट किया गया था. जिसमें कुल 14 किसानों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कांड दर्ज की थी. इस कांड के बाद सभी नामजद आरोपी किसान फरार चल रहे थे.