खूंटीः पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने मंगलवार को खूंटी के परिसदन में विभागीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. जिसमें घर घर नल जल योजना को लेकर पदाधिकारियों को निर्देश दिये. मंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि 2024 से पहले तक योजना हर हाल में पूरी होनी चाहिए.
खूंटी में एक लाख 18 हजार आठ सौ इक्यासी लोगों तक शुद्ध जल पहुंचाने का लक्ष्य है. फिलहाल 23,343 लोगों तक पानी पहुंचाने की तैयारी की जा रही है, लेकिन 2024 तक बचे लोगों तक घर तक जल पहुंचा दिया जाएगा. इसके अलावे मंत्री ने बताया कि जिले में पेयजल-स्वच्छता विभाग की विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं. जिसमें क्लस्टर स्कीम, मल्टी विलेज स्कीम (MVS), सिंगल विलेज स्कीम (SVS) की योजनाएं शामिल हैं. क्लस्टर स्कीम के तहत 29 योजनाएं पाइपलाइन में हैं और 5 योजना का डीपीआर बन रहा है. सिंगल विलेज स्कीम (SVS) के तहत 98 योजना कार्य प्रगति पर है.
खूंटी जिले में दस करोड़ की योजनाएं चल रही हैं. साथ ही 50 करोड़ तक की योजनाएं प्रस्तावित हैं. 50 करोड़ की योजनाओं को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन विभागीय मंत्री ने पदाधिकारियों को 2023 तक ही इसे पूर्ण करने का टास्क दिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के कारण हेमंत सरकार 2 वर्षों तक योजनाओं को जनता तक नहीं पहुंचा पाई, लेकिन वही दो साल को कवर करने के लिए युद्धस्तर पर कार्यक्रम निर्धारित किया गया है.
जिले में भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू समेत अन्य सूदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में पेयजल संकट की घोर समस्या सामने आई थी. समीक्षा के दौरान मंत्री ने जिले में चल रही योजनाओं की अद्यतन रिपोर्ट ली. जिसमे कई योजनाएं अपूर्ण पाई गईं. जिसे लेकर मंत्री ने पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता को फटकार लगाई और कहा कि अधूरी योजनाओं को एक माह के अंदर पूर्ण कर रिपोर्ट विभाग को सौंपे अन्यथा विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी.