जामताड़ा: जिला समाहरणालय के सभागार भवन में नोवल कोरोना वायरस से निपटने को लेकर जिला प्रशासन ने कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें जिले के स्वास्थ्यकर्मी, चिकित्सा पदाधिकारी, निजी चिकित्सक, नर्सिंग होम के संचालक और पदाधिकारियों ने भाग लिया.
ये भी पढ़ें-जनता कर्फ्यूः कोरोना के खिलाफ जंग में रांची भी साथ, सड़कों पर पसरा सन्नाटा
कार्यशाला में विस्तार से नोवल कोरोना वायरस को लेकर चर्चा की गई. इससे निपटने और रोकथाम के लिए पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया और उन्हें आवश्यक जानकारी दी गई. जामताड़ा जिला के उपायुक्त गणेश कुमार ने कार्यशाला में दिए गए प्रशिक्षण और जानकारी के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और कर्मचारियों को कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रशिक्षित होना आवश्यक है.
उन्होंने कहा कि अगर प्रशिक्षित नहीं होंगे तो फिर कोरोना वायरस जैसे संक्रामक बीमारी के रोकथाम के लिए मुश्किल हो सकता है इसलिए कार्यशाला का आयोजन कर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पदाधिकारी और चिकित्सकों को विकट स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया. जामताड़ा जिले में ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड में अब तक मिली जानकारी के अनुसार एक भी कोरोना वायरस के मरीज पाए जाने की सूचना नहीं है. ना ही सरकारी स्तर पर इसकी अभी तक पुष्टि हो पाई है. बावजूद इसके जिला प्रशासन विकट स्थिति में इससे निपटने के लिए अपनी पूरी तैयारी सतर्कता बरत रहा है.