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जामताड़ाः प्रकृति की गोद में बसा है पर्वत विहार, नए साल में पर्यटकों को कर रहा आकर्षित - जामताड़ा पर्वत विहार

जामताड़ा जिले के कटंगी पहाड़ पर बना पर्वत विहार अपनी खूबसूरती के कारण पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है. इस पर्वत विहार का उद्घाटन राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 2002 में किया था. इस पर्वत बिहार की सुंदरता को देखते हुए दूर दराज से आकर कलाकार अपने एल्बम का शूटिंग भी करते हैं.

parwat vihar attracting tourists
जामताड़ा का पर्वत विहार
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Published : Dec 28, 2019, 1:19 PM IST

जामताड़ाः जिले के दुमका रोड से करीब 2 किलोमीटर दूर कटंगी पहाड़ पर पर्यटक स्थल पर्वत विहार स्थित है. इस पर्वत विहार में बच्चों के झूले, फूलों के गार्डन, एनिमल गार्डन और फव्वारे लगे हैं जो पर्यटकों का स्वागत करते हैं. आसपास पहाड़ों से घिरा यह क्षेत्र और प्राकृतिक की सुंदरता इसकी खूबसूरती पर चार चांद लगा देता है. इधर से गुजरने वाले सैलानी इस पर्वत विहार में जरूर आते हैं. हालांकि ये खूबसूरत पर्वत विहार पहले वीरान हुआ करता था.

देखें पूरी खबर

पहले वीरान पड़ा था यह क्षेत्र
पहले यह क्षेत्र पहाड़ और जंगल से घिरा हुआ था. तत्कालीन उपायुक्त वैदेही शरण मिश्र ने इन पत्थरों में जान फूंकने का काम किया है. उन्होंने वीरान पड़े इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की परिकल्पना की. इसके बाद पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां तरह-तरह के झूले, टूरिस्ट के रहने की व्यवस्था, बैठने की व्यवस्था और सड़कों को बारीकी से संवारने का काम किया गया.

ये भी पढ़ें-चतराः अपराधियों ने कोल साइडिंग पर की अंधाधुंध फायरिंग, मुंशी की मौत

पहले मुख्यमंत्री ने किया था उद्घाटन
इस पर्वत विहार का उद्घाटन राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 2002 में किया. बनने के बाद से इस पर्यटक स्थल में काफी संख्या में पर्यटक आते रहे हैं. वहीं, पर्यटक स्थल को विकसित करने और सुरक्षा देने के सवाल पर उपायुक्त गणेश कुमार ने बताया कि पर्यटक स्थल में सैलानियों को किसी भी तरह का तकलीफ न हो और पूरी सुरक्षा मिले इसकी पूरी व्यवस्था की जाएगी.

ये भी पढ़ें-नक्सलियों की नई तकनीक का शिकार हो रहे हैं ग्रामीण और सुरक्षा बल, निपटने के लिए बनाई गई विशेष टीम

क्या कहते हैं सैलानी
यहां आने वाले सैलानी बताते हैं कि ये जगह काफी मनोरम है. बच्चों और परिवार के साथ यहां आने से काफी आनंद मिलता है. हालांकि सैलानियों को यहां पानी से लेकर सुरक्षा व्यवस्था की काफी कमी महसूस होती है. इस पर्वत विहार की सुंदरता को देखते हुए दूर दराज से आकर कलाकार अपने एल्बम का शूटिंग भी करते हैं. पर्वत विहार में रोपवे और टॉय ट्रेन तो है हलांकि वोटिंग की व्यवस्था नहीं की गई है.

जामताड़ाः जिले के दुमका रोड से करीब 2 किलोमीटर दूर कटंगी पहाड़ पर पर्यटक स्थल पर्वत विहार स्थित है. इस पर्वत विहार में बच्चों के झूले, फूलों के गार्डन, एनिमल गार्डन और फव्वारे लगे हैं जो पर्यटकों का स्वागत करते हैं. आसपास पहाड़ों से घिरा यह क्षेत्र और प्राकृतिक की सुंदरता इसकी खूबसूरती पर चार चांद लगा देता है. इधर से गुजरने वाले सैलानी इस पर्वत विहार में जरूर आते हैं. हालांकि ये खूबसूरत पर्वत विहार पहले वीरान हुआ करता था.

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पहले वीरान पड़ा था यह क्षेत्र
पहले यह क्षेत्र पहाड़ और जंगल से घिरा हुआ था. तत्कालीन उपायुक्त वैदेही शरण मिश्र ने इन पत्थरों में जान फूंकने का काम किया है. उन्होंने वीरान पड़े इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की परिकल्पना की. इसके बाद पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां तरह-तरह के झूले, टूरिस्ट के रहने की व्यवस्था, बैठने की व्यवस्था और सड़कों को बारीकी से संवारने का काम किया गया.

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पहले मुख्यमंत्री ने किया था उद्घाटन
इस पर्वत विहार का उद्घाटन राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 2002 में किया. बनने के बाद से इस पर्यटक स्थल में काफी संख्या में पर्यटक आते रहे हैं. वहीं, पर्यटक स्थल को विकसित करने और सुरक्षा देने के सवाल पर उपायुक्त गणेश कुमार ने बताया कि पर्यटक स्थल में सैलानियों को किसी भी तरह का तकलीफ न हो और पूरी सुरक्षा मिले इसकी पूरी व्यवस्था की जाएगी.

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क्या कहते हैं सैलानी
यहां आने वाले सैलानी बताते हैं कि ये जगह काफी मनोरम है. बच्चों और परिवार के साथ यहां आने से काफी आनंद मिलता है. हालांकि सैलानियों को यहां पानी से लेकर सुरक्षा व्यवस्था की काफी कमी महसूस होती है. इस पर्वत विहार की सुंदरता को देखते हुए दूर दराज से आकर कलाकार अपने एल्बम का शूटिंग भी करते हैं. पर्वत विहार में रोपवे और टॉय ट्रेन तो है हलांकि वोटिंग की व्यवस्था नहीं की गई है.

Intro:जामताङा: जामताड़ा का पर्यटक स्थल पर्वत बिहार पर्यटकों के लिए बड़ा ही मनोरम स्थल है। जहां पर्यटक अनायास खींचे चले आते हैं।


Body:प्रकृति की गोद में बसा जामताड़ा का पर्वत बिहार जामताड़ा दुमका रोड से करीब 2 किलोमीटर कटंगी पहाड़ पर स्थित है। यह पर्वत बिहार बच्चों के झूले फूलों के गार्डन एनिमल गार्डन फव्वारा पर्यटकों को स्वागत करता है। आसपास पहाड़ पहाड़ों से घिरा क्षेत्र प्राकृतिक की सुंदरता इस पर्वत बिहार को और चार चांद लगा देता है ।जहां खूबसूरती देखते ही बनती है। आने जाने वाले इधर से गुजरने वाले एक बार पर्वत बिहार सैलानी अवश्य आते हैं ।और यहां ना सिर्फ बच्चों के साथ मनोरंजन करते हैं। बल्कि अपने दोस्तों और परिवारों के साथ भी आकर इस मनोरम स्थल और प्रकृति की गोद में बसे पर्वत बिहार का आनंद भी करते हैं ।यहां आने वाले सैलानी बताते हैं कि काफी मनोरम स्थल है। बच्चों परिवार के साथ आते हैं और काफी आनंद मिलता है। सैलानी यहां पानी की व्यवस्था और सुरक्षा की व्यवस्था की कमी महसूस करते हैं। सैलानियों कहना है कि पर्याप्त सुरक्षा और पानी की पीने की व्यवस्था हो जाए तो और अति उत्तम हो सकता है।

बाईट पर्यटक

V2 जामताड़ा जिला का यह पर्वत बिहार कटंकी पहाड़ पर स्थित है। जो पहले पहाड़ और जंगल से यह क्षेत्र घिरा हुआ था। पत्थरों पर जान नहीं थी। लेकिन इन बेजान पत्थरों और खूबसूरत वादियों को प्रकृति की सुंदरता को बिखेरने का काम तत्कालीन जामताड़ा जिले के उपायुक्त वैदेही शरण मिश्र ने देने का काम किया ।तत्कालीन उपायुक्त ने इस बेजान पत्थरों को जान फूंकने की काम की और इस हसीन वादियों वीरान पड़े क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का परिकल्पना की। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां तरह-तरह के झूले टूरिस्ट को रहने की व्यवस्था बैठने की व्यवस्था सड़क बारीकी से संवारने का काम किया। पत्थरों में जान फूंकने का काम किया और देखते देखते पहाड़ों और जंगलों से घिरा क्षेत्र पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हुआ ।जिसका उद्घाटन राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 2002 में किया । अब तक बने इस पर्यटक स्थल पर्वत बिहार में काफी संख्या में अब पर्यटक यहां आते हैं। अपने बच्चों परिवार मित्रों के साथ यहां आनंद भी लेते हैं ।पर्यटक स्थल और विकसित करने और सुरक्षा देने के सवाल पर जिला के उपायुक्त गणेश कुमार बताते हैं कि पर्यटक स्थल पर बिहार में सैलानी को किसी भी तरह का कष्ट ना हो सुरक्षा मिले इसके लेकर विशेष व्यवस्था की जाएगी।
बाईट गणेश कुमार उपायुक्त जामताड़ा



Conclusion:पर्वत बिहार में न सिर्फ शैलानी आकर इस प्रकृति का आनंद लेते हैं। मनोरंजन करते हैं। बल्कि इस पर्वत बिहार की सुंदरता को देखते हुए दूर दराज से आकर कलाकार अपना एल्बम का शूटिंग भी करते हैं। पर्वत बिहार में रोपवे एवं टॉय ट्रेन के अलावे वोटिंग की व्यवस्था नहीं होने से सैलानियों को कमी महसूस होती है। पर्वत बिहार में रोपवे ट्रेन और वोटिंग की व्यवस्था हो जाए तो सैलानियों की संख्या बढ़ जाएगी बल्कि सरकार का आय का स्रोत भी बढ़ जाएगा ।

संजय तिवारी ईटीवी भारत जामताड़ा
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