जामताड़ा: जिले में अवैध ईंट-भट्ठे का कारोबार चरम पर है और प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है. ईंट-भट्ठे के निर्माण में नकली कोयले का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा अवैध रूप से खनन किए हुए कोयले को भी खपाया जा रहा है. अवैध रूप से चल रहे ईंट-भट्ठों से राज्य सरकार को हर महीने लाखों रुपए राजस्व का नुकसान हो रहा है.
लगा रहे साइबर ठगी का पैसा
जामताड़ा जिला साइबर अपराध का हब माना जाता है. मिली जानकारी के मुताबिक साइबर अपराधी अवैध ईंट भट्ठा निर्माण में ठगी का पैसा निवेश कर रहे हैं. इस तरफ भी प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है. प्रशासन अगर इस इलाके में जमीन की खरीद-बिक्री की जांच करे तो बड़ा खुलासा हो सकता है.
इस मामले में जब जिले के खनन पदाधिकारी राजाराम प्रसाद से बात की उन्होंने कहा कि इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने बताया कि जिले में अवैध रूप से चलने वाले ईंट-भट्ठों पर कार्रवाई की जाती है.