साइबर अपराध के गढ़ जामताड़ा में प्रशासन की अनोखी पहल, खोले जा रहे हैं सामुदायिक पुस्तकालय - जामताड़ा में खोला गया सामुदायिक पुस्तकालय
जामताड़ा जिला में साइबर अपराध को कम करने के लिए समुदाय पुस्तकालय खोल जा रहा है. नारायणपुर कर्माटांड़ के पंचायतों में सामुदायिक पुस्तकालय खोला गया है. जहां नौजवानों को शिक्षा दी जाएगी. वहीं जिला के उप विकास आयुक्त ने सामुदायिक पुस्तकालय खोलने के पीछे साइबर अपराध में भटके नौजवानों को मुख्यधारा में जोड़ने की बात कही है.
जामताड़ा: जिला प्रशासन साइबर अपराध को लेकर हो रहे छवि को साफ करने को लेकर अनोखी पहल शुरू की है. जिला प्रशासन साइबर अपराध के गढ़ में मुख्यधारा से जोड़ने को लेकर समुदायिक पुस्तकालय खोल रहा है. समुदायिक पुस्तकालय के माध्यम से भटके के नौजवानों को मुख्यधारा में लाने और गांव में लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने का काम किया जा रहा है.
पुस्तकालय में शिक्षकों को 1 दिन बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था
जिला प्रशासन की तरफ से साइबर के गढ़ में सामुदायिक पुस्तकालय खोलकर न सिर्फ साइबर के भटके नौजवानों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए जागरूक करने का काम किया जा रहा है. बल्कि शिक्षा के अलख जगाने और जागरूकता पैदा करने को लेकर सामुदायिक पुस्तकालय में शिक्षकों को 1 दिन बच्चों को पढ़ाने के लिए भी प्रतिनियुक्त किया जा रहा है. इसकी व्यवस्था की जा रही है. साथ ही सरकार की तरफ से जो योजनाएं लागू की गई है उसकी जानकारी पुस्तकालय में देने की योजना है.
भटके नौजवानों को मुख्यधारा में जोड़ने का उद्देश्य
जिला प्रशासन की तरफ से साइबर के गढ़ में खोले जा रहे समुदायिक पुस्तकालय भवन के पीछे मुख्य उद्देश्य की जानकारी देते हुए जिला के उप विकास आयुक्त ने बताया कि सामुदायिक पुस्तकालय खोलने के पीछे एकमात्र उद्देश्य साइबर को लेकर जो जामताड़ा की छवि धूमिल हुई है उसे सुधारना है. समाज से भटके नौजवानों को मुख्य धारा से जोड़ना है. उप विकास आयुक्त नमन प्रयास लाकड़ा ने बताया कि साइबर को लेकर जामताड़ा की जो छवि धुमिल हुई है. समुदायिक पुस्तकालय के माध्यम से छवि धूमिल को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है और समुदाय पुस्तकालय के माध्यम से गांव में जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है. ताकि साइबर अपराध के क्षेत्र में जो भटके नौजवान है. वह मुख्यधारा से जुड़े और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी नौकरी पैसे और रोजगार आदि में जुड़े.