जामताड़ा: कृषि उत्पादन बाजार समिति जामताड़ा के पूर्व पाणन सचिव द्वारा लाखों रुपए के गबन का मामला सामने आया है. शिकायत मिलने के बाद रांची की टीम जांच के लिए जामताड़ा पहुंची है. टीम ने जामताड़ा कृषि उत्पादन बाजार समिति के कार्यालय में घंटों तक फाइलें और बही-खाता खंगाला. आरोप है कि पूर्व पाणन सचिव ने सेवानिवृत्त कर्मचारी को मिलने वाली राशि का गबन किया है. जामताड़ा कृषि उत्पादन बाजार समिति के पूर्व सचिव द्वारा लाखों रुपए की सरकारी राशि का गबन मामले जांच के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. करीब 6 लाख 24 हजार सेवानिवृत कर्मचारियों को मिलने वाली ग्रेच्युटी, ग्रुप बीमा की राशि, गुदड़ी हाट की दुकानों के किराए की राशि में हेराफेरी का मामला उजागर हुआ है.
मामले का ऐसे हुआ खुलासाः मामले का खुलासा तब हुआ जब वर्तमान कृषि उत्पादन बाजार समिति के सचिव आनंद कौशल योगदान देने पहुंचे. नवपदस्थापित पाणन सचिव ने जब कृषि उत्पादन बाजार समिति के सचिव पद पर योगदान दिया और खाता-बही की जांच की तो पता चला कि पूर्व सचिव राजेश कुमार द्वारा गलत तरीके से 6 लाख 24 हजार रुपए सरकारी राशि की निकासी कर ली है. इसमें सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भुगतान हुआ ही नहीं हैं. मामला उजागर होने के बाद वर्तमान पाणन सचिव ने निवर्तमान पाणन सचिव को शो-कॉज करते हुए राशि जमा करने को कहा और इसकी सूचना रांची मार्केटिंग बोर्ड के प्रबंध निदेशक को दी.
वर्तमान पाणन सचिव ने कहाः इस संबंध में वर्तमान सचिव आनंद कौशल ने बताया कि जब उन्होंने योगदान दिया और खाता-बही की जांच की तो पता चला कि 6 लाख 24 हजार रुपए पूर्व पाणन सचिव राजेश कुमार द्वारा निकासी कर ली गई है, जो सरकारी राशि की गबन का मामला है. वर्तमान पाणन सचिव ने बताया कि इसको लेकर उन्होंने निवर्तमान पाणन सचिव को शो कॉज किया और राशि जमा करने की बात कही. साथ ही इसकी जांच के लिए विभाग को भी सूचना दे दी गई.
जांच के लिए टीम रांची से पहंची जामताड़ाः मामले का खुलासा होने के बाद रांची मार्केटिंग बोर्ड के प्रबंध निदेशक द्वारा गठित टीम जांच के लिए जामताड़ा पहुंची और कृषि उत्पादन बाजार समिति जामताड़ा कार्यालय पहुंचकर खाता-बही को खंगाला. जांच के लिए पहुंची टीम ने बताया कि मामले की जांच कर ली गई है. रिपोर्ट हेड क्वार्टर को सौंप दिया जाएगा.
अब तक नहीं हुई एफआईआरः बहरहाल, मामले को लेकर टीम विभाग को क्या जांच रिपोर्ट सौंपती है और विभाग इस पर क्या कार्रवाई करता है यह तो आने वाले समय में ही पता चला पाएगा, लेकिन इतना जरूर है कि इतनी बड़ी राशि का गबन का मामला उजागर होने के बाद भी अब तक मामले में ना तो प्राथमिक दर्ज की गई है और ना ही पूर्व पाणन सचिव पर कोई कार्रवाई हुई है.