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हजारीबाग में 13 दिनों से चल रहे ग्रामीणों का अनशन खत्म, मंत्री और विधायक के आश्वासन पर माने आंदोलनकारी

हजारीबाग में नगर स्थित टोल प्लाजा पर पिछले 1 महीने से चल रहे ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन समाप्त हो गया. अपनी कई मांगों को लेकर ग्रामीण लगातार धरना पर बैठे थे. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, मंत्री सत्यानंद भोक्ता समेत तीन विधायकों के आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया गया.

Villagers hunger strike ends in hazaribag
ग्रामीणों का अनशन खत्म
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Published : Jan 27, 2021, 12:18 AM IST

हजारीबाग: जिले के नगर स्थित टोल प्लाजा पर पिछले 1 महीने से ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन चल रहा था. वहीं ये लोग 13 दिनों से आदर्श युवा संगठन के बैनर तले आमरण अनशन पर बैठे थे, जो अब समाप्त हो गया. मंत्री बादल पत्रलेख और सत्यानंद भोक्ता, विधायक अंबा प्रसाद, विधायक ममता देवी और विधायक अमित यादव के प्रयास के बाद आमरण अनशन समाप्त हुआ.

देखें पूरी खबर

धरना समाप्त होने के पहले एनएचएआई के पदाधिकारियों, पांचों जनप्रतिनिधि के साथ-साथ समाज के गणमान्य लोग, पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने मैराथन की. इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जिसका अध्यक्ष झारखंड सरकार के मंत्री सत्यानंद भोक्ता रहेंगे. कमेटी में सदर विधायक मनीष जयसवाल, बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद, रामगढ़ विधायक ममता देवी, बरकट्ठा विधायक अमित यादव, बरही विधायक उमाशंकर अकेला, पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता और अन्य स्थानीय लोग शामिल रहेंगे. कमेटी स्थानीय समस्याओं को लेकर एनएचएआई के पदाधिकारियों से वार्ता करेंगे और निश्चित समय के अंतराल के अंदर समस्या का समाधान किया जाएगा, जिसमें स्थानीय लोगों को नौकरी और मुआवजे की भी समस्या भी शामिल रहेगा. कमेटी यह तय करेगी कि कैसे स्थानीय लोगों को मदद दी जाएगी.

आंदोलनकारियों ने सरकार को दिया एक महीने का समय

बादल पत्रलेख ने कहा कि वैसे लोग जिनका जमीन गया है, जिनकी रोजगार खत्म हो गई है, उन्हें कैसे मुआवजा और रोजगार सुनिश्चित किया जा सके इसका समाधान किया जाएगा. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि स्थानीय युवकों को इस टोल प्लाजा में रोजगार भी दिया जाएगा, वैसे रैयत जिनका जमीन अधिग्रहण किया गया है और उन्हें मुआवजा नहीं मिला है, उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा भी दिया जाएगा, इसे लेकर राज्य और केंद्र के एनएचआई के आला अधिकारियों से संपर्क भी स्थापित किया जाएगा, जरूरत पड़ी तो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी दिल्ली में जाकर मुलाकात कर कर समस्याओं के समाधान पर चर्चा की जाएगी. कृषि मंत्री के आश्वासन के बाद आंदोलनकारियों ने धरना प्रदर्शन खत्म किया. उन्होंने कहा कि अगर एक महीने के अंदर समस्याओं का समाधान नहीं होगा तो फिर से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी.

इसे भी पढे़ं: टोल प्लाजा को लेकर विरोध, राजनीति और अब पीआईएल, अपनी मांग पर अड़े हैं ग्रामीण

इन मांगों को लेकर आंदोलन

आंदोलनकारी मुख्य रूप से स्थानीय लोगों को टोल टैक्स मुक्त करने, स्थानीय लोगों को रोजगार देने, एनएचआई के सड़क के किनारे चारदीवारी को हटाने और ग्रामीणों को मुआवजा देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे.

हजारीबाग: जिले के नगर स्थित टोल प्लाजा पर पिछले 1 महीने से ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन चल रहा था. वहीं ये लोग 13 दिनों से आदर्श युवा संगठन के बैनर तले आमरण अनशन पर बैठे थे, जो अब समाप्त हो गया. मंत्री बादल पत्रलेख और सत्यानंद भोक्ता, विधायक अंबा प्रसाद, विधायक ममता देवी और विधायक अमित यादव के प्रयास के बाद आमरण अनशन समाप्त हुआ.

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धरना समाप्त होने के पहले एनएचएआई के पदाधिकारियों, पांचों जनप्रतिनिधि के साथ-साथ समाज के गणमान्य लोग, पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने मैराथन की. इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जिसका अध्यक्ष झारखंड सरकार के मंत्री सत्यानंद भोक्ता रहेंगे. कमेटी में सदर विधायक मनीष जयसवाल, बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद, रामगढ़ विधायक ममता देवी, बरकट्ठा विधायक अमित यादव, बरही विधायक उमाशंकर अकेला, पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता और अन्य स्थानीय लोग शामिल रहेंगे. कमेटी स्थानीय समस्याओं को लेकर एनएचएआई के पदाधिकारियों से वार्ता करेंगे और निश्चित समय के अंतराल के अंदर समस्या का समाधान किया जाएगा, जिसमें स्थानीय लोगों को नौकरी और मुआवजे की भी समस्या भी शामिल रहेगा. कमेटी यह तय करेगी कि कैसे स्थानीय लोगों को मदद दी जाएगी.

आंदोलनकारियों ने सरकार को दिया एक महीने का समय

बादल पत्रलेख ने कहा कि वैसे लोग जिनका जमीन गया है, जिनकी रोजगार खत्म हो गई है, उन्हें कैसे मुआवजा और रोजगार सुनिश्चित किया जा सके इसका समाधान किया जाएगा. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि स्थानीय युवकों को इस टोल प्लाजा में रोजगार भी दिया जाएगा, वैसे रैयत जिनका जमीन अधिग्रहण किया गया है और उन्हें मुआवजा नहीं मिला है, उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा भी दिया जाएगा, इसे लेकर राज्य और केंद्र के एनएचआई के आला अधिकारियों से संपर्क भी स्थापित किया जाएगा, जरूरत पड़ी तो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी दिल्ली में जाकर मुलाकात कर कर समस्याओं के समाधान पर चर्चा की जाएगी. कृषि मंत्री के आश्वासन के बाद आंदोलनकारियों ने धरना प्रदर्शन खत्म किया. उन्होंने कहा कि अगर एक महीने के अंदर समस्याओं का समाधान नहीं होगा तो फिर से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी.

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इन मांगों को लेकर आंदोलन

आंदोलनकारी मुख्य रूप से स्थानीय लोगों को टोल टैक्स मुक्त करने, स्थानीय लोगों को रोजगार देने, एनएचआई के सड़क के किनारे चारदीवारी को हटाने और ग्रामीणों को मुआवजा देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे.

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